कि नमस्कार दोस्तों कैसे आपने लक्ष्मीकांत पार्ट-1 में पाठ 111 में आपका स्वागत है देखते हैं इन चीजों के बारे में बात
करेंगे देखिए आपको ऑप्शन के बारे में बात होगी वो होगी कि यहां पर करें दोस्तों और घ्र फिर कुछ और प्रकार की होती है
जैसे ही सब्सक्राइब करें सब्सक्राइब स्किन बहुत ही के गांव 660 इंडिया को सब्सक्राइब करें दोस्तों अगर आपने चैनल को
सबस्क्राइब नहीं किया तो बिल्कुल लो कर सकते हैं वहां पर आप अपने ग्रुप को ज्वाइन कर ली वहां पर एचपी मिलता है तो अभी इन
लेक्चर्स के पीछे डालने की जरूरत नहीं है क्योंकि देखिए इसके साथ ही लक्ष्मीकांत किताब सीधे-सीधे खरीद लीजिए वह सबसे
बेस्ट ऑप्शन है और अगर आपको सच में मेरी वीडियो सफलता मिल रहा है आपको लग रहा कि कोचिंग जाने की जरूरत नहीं जबकि नहीं
जरूरत है अगर आप मेरी क्वालिटी की पुलिस देख लेते हैं तो आप मदद कर सकते हैं जो इन बटन दबाकर तो चलिए पैनल की बात करते
हैं – बिल्कुल न करता है कि बात होती है कि पैसा आना और पैसे खर्च होना पैसा आएगा कैसे पैसा आना कैसे तो आपको पता है कि
हमारे सब्सक्राइब करें चैनल को सब्सक्राइब करें चैनल को सब्सक्राइब कीजिए और साइड से कम से कम साइड पर टैक्स लगाने को
लेकर सरकार को लेकर आना है कि पेंशन बिल एक प्रकार का मनोबल समझाएं मनी बिल की सारी कंडीशन डेफिनेशन पर एप्लीकेबल ओं कि
अगर आप बात करो टैक्स को बदलने की एप्रुपरिएशन बिल में मैंने आपको बताया था कि सिर्फ पैसे निकाले जाने की बात करी थी
कंसोलिडेटेड फंड आफ इंडिया से इसमें किसी भी तरीके का अमेंडमेंट नहीं सकता है इन व्ोटिंग डिमांड्स फॉर ग्रांट्स
जितना पैसा शुरू हो गया है प्रॉपरली सब्सक्राइब से निकाल सकते हो लेकिन जब स्कूल सब्सक्राइब सब्सक्राइब करें पास जो
पैसा आता है वह आएगा टैक्स से टैक्स इसमें कोई चेंज है नहीं है वह है इन सबके लिए फाइनल तो भैया हर साल प्रेस कर आना ही
पड़ेगा अब बात करते हैं और ब्रांड कि नॉर्मल एक्सपेंडिचर होता है वह सब्सक्राइब स्कूल में आपको कुछ और हो सकता है कि
सरकार ने खर्च सब्सक्राइब करके सब्सक्राइब है व्हाट इज बेसिकली 10 सप्लीमेंट्री ग्रांट तब लेखक मतलब दोस्तों यह होता
है कि एक एप्लीकेशन के थ्रू पार्लियामेंट ओर थ्राइस कि आप कितना पैसा विड्रा से निकाल सकते इन सब स्कूल लेकिन किसी
सब्सक्राइब अभियुक्तों को अलर्ट कर दिया लेकिन प्रेग्नेंट था वह खत्म हो तो सब्सक्राइब करें और फिर सब्सक्राइब टो
अरे यह क्या बेसिकली आप एडिशनल बैंक के अध्यक्ष में ग्रांट एक ऐसी ग्राइंडर देखिए एक फाइनैंशल ईयर में एडमिशन
फाइनैंशल ईयर में कोई नई सर्विस लेकर आनी उसने सब्सक्राइब जो बजट पेश किया गया बजट और चैनल सबस्क्राइब नहीं था लेकिन
सब्सक्राइब करें चैनल को सब्सक्राइब है बट इस बेसिकली दिस एक्सिस बैंक कुछ एक्स्ट्रा समझ में आ रहा है मान लीजिए
दोस्तों किसी एक सर्विस को बजट में कुछ पैसा किया लेकिन यह जितना पैसा खर्च किया गया पैसा खत्म हो सब्सक्राइब पैसा तो
आपने खत्म कर दिया लेकिन सब्सक्राइब सब्सक्राइब लोकसभा में जाने से पहले सब्सक्राइब को पब्लिक अकाउंट कमेटी और
कमेंट जरूर सब्सक्राइब करें और फिर उसके ऊपर गांव में कमेटी कमेटी कमेटी अब अंडरटेकिंग पब्लिक अकाउंट कमेटी खर्चा
होने के बाद देखती थी खर्चा कितना अच्छा हुआ एस्टीमेट कमेटी का थोड़ा बहुत इंपोर्टेंट है बट प्रॉब्लम यह कैबिनेट
कमेटी में लोकसभा के सकते हैं यह बहुत इंपोर्टेंट एस्टिमेट्स कमिटी ओं पब्लिक अंडरटेकिंग्स फिर बात करते हैं और भाई
क्या है यह वॉटर एंड इसको समझना जरूरी है मान लीजिए कोई एक अनएक्सपेक्टेड डिमांड आ जाती है अंदर रिसोर्सेज ऑफ़ इंडिया
को यह कैसे सर्विस हमारे सामने आ जाती को यह कैसी प्रॉब्लम हमारे सामने आ जाती हैं जो कि बहुत सीनियर सीनियर है जिसको
एड्रेस करना बहुत जरूरी है इसके बारे में बजट की समय पर क्लिक नहीं किया जा सकता था इसके बारे में हम यह भी नहीं कर सकते
कि इस विमान के अंदर कितना पैसा खत्म होने वाला है तो यह सब्सक्राइब कर सकती है और यह बता सकती कि आने वाले समय में कितना
पैसा चाहिए तो वोट ऑन अकाउंट सब्सक्राइब का मतलब यह जो अपने हिसाब से एक्जीक्यूटिव ने कर दिया और बाद में वोट ऑफ किड्स
उस खर्चे को पास कराया तो यह बहुत तगड़ी एक्सेप्शनल पॉवर है लोकसभा के और किसके पास हम सब्सक्राइब किसी भी पैसे यहां पर
निकाला जाता है और फिर अ में बहुत तरीके की ग्रांट है भैया एक्स्ट्रा पैसा खत्म करने के लिए उन्हें गांव के पास इन
काउंसिल आफ मिनिस्टर्स एंड प्राइम मिनिस्टर वास बहुत से ऑप्शन से आप यह सब्सक्राइब होती है यह किसी एक स्पेशल परपस के
लिए जाती है वहां पर आप बता सकते हैं जब तक यह एक्सेप्शनल ब्रांड उस चीज के लिए होगी जिसके बारे में बजट में कोई जिक्र
नहीं है जब बजट आता है किसी एक का बताया जाता है कि इस पेड़ के अंदर इतना इस सर्विस के लिए इसके लिए इतना इसके लिए
सब्सक्राइब कीजिए अगर किसी को भी नहीं सकते और दोस्तों इस टोकन को समझना बहुत जरूरी है हाउ टो कांग्रेस मुक्त सबसे
पहले तो यह समझ लीजिए कि कोई भी एडिशनल एक्सपेंडिचर नहीं होगा जितना ओरिजनली बजट अलाट किया गया कितना खर्चा हुआ पौन
इंच होता यह टो कसम यह एग रुपए की ग्रांट के ऊपर वोटिंग बढ़ती है लोकसभा की नियुक्ति ऊं हैं तो देखिए मान लीजिए कि
लोकसभा ने या फिर जब भी बजट पास हुआ था डिफेंस मिनिस्ट्री को 1 लाख करोड़ रुपये दिया था और आपका होम मिनिस्ट्री को डाला
करो कर दिया था अभी कल की डेट में देश को लगता है कि होम मिनिस्ट्री को डेढ़ लाख करोड़ 175036 चाहिए हमें काम करते हैं इसके
125000 नियुक्त करने के लिए टोक टोकन कि आपके ऊपर वाले लोग इस बात को डिसाइड डिफेंस मिनिस्ट्री उससे पैसा ही पैसा खर्चा और
सब्सक्राइब सब्सक्राइब सब्सक्राइब किसी पूरा मिनिस्ट्री से निकाल कर दूसरी लिस्ट में डाला जा रहा है तो यह डिसओनर की
एंट्री करनी है यार पैसा ही पैसा किसी और का है है तो पहले जो अ प्रोफेशन हुआ था वहां पर जो वोटिंग डिमांड्स फॉर
ग्रांट्स हुई थी वहां पर डिमांड ऑफ ग्रांट्स डिसाइड में हुई थी उसी हिसाब से अप्रूवल दे दिया गया और साथ एप्रुपरिएशन
बिल पास करके सरकार ने बोला पैसे निकालिए लेकिन वहां पर सरकार में जो पैसा निकाल और स्पेसिफिक परपस के लिए निकाला और उस
पर जो बजट बताया था लेकिन अभी अगर आपको बजट पर बदलना एक-एक सैनिक दूसरी दूसरे को तो उसके को सब्सक्राइब करना पड़े तो आप
किसी दूसरे को यह लोग ऐसा कर रहे हैं कि आपके तो भैया सप्लीमेंट्री ग्रांट स्कूल ग्रांट एक्ट में ब्रांड एक्सेस
डिनाइड वॉटर एंड यह सब उसी तरीके से पास होते हैं जिस तरीके से बजट पास होता है कोई प्रॉब्लम नहीं होती दोस्तों बजट पास
कहने के लिए बहुत सब्सक्राइब नहीं लोकसभा में पार्टी का लोकसभा के पास प्रॉपर्टी पॉलिटिक्स पॉलिटिक्स सब्सक्राइब
नियुक्त करते हैं हैं अब बात करते हैं लोग पंच कि अ यह देखिए कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ़ इंडिया ने तीन प्रकार के फ्रंट की बात
की है और यह तीनों कॉन्स्टिट्यूशन में मेंशन है कंसीडर्ड कर दो सिस्टर्स पब्लिक अकाउंट्स फॉर ए डिफिकल्ट टो सी ए
कंटीन्जेसी फंड आफ इंडिया अंडर आर्टिकल 267 कंसोलिडेटेड फंड आफ इंडिया इज द मोस्ट इंपोर्टेंट * जितनी भी भारत सरकार की
कमाई और जितने भी भारत सरकार का खर्चा है वह सब इसी अकाउंट से लैस होगा और इसी से डेबिट होगा भारत सरकार की जितनी भी कम
से कम ऑन इंडिया में भारत सरकार जितना खर्चा है वहां से डेबिट होगा डिफ़ाल्ट में डेबिट और क्रेडिट इस विडियो को
सब्सक्राइब जरुर सब्सक्राइब कर दो बॉस को टिश्यू करके सरकार जो पैसा उठाती है वह पैसा जाता है तो इस विडियो में जाता है
जितने भी लोग सरकार ने रखें तो बैंक से नियुक्त में जितने भी सब्सक्राइब करें जितने भी तरीके सरकार की किसी और सरकार
सरकार सरकार नियुक्त किसी दूसरी ओर श्रीलंका की सरकार हमको इंटरेस्ट तो वहां से जो इंटरेस्ट का यह अ अच्छा ठीक है तो यह
पूरा का पूरा सीन है दोस्तों यहां पर को प्रेस जितनी भी लीगल पेमेंट होंगी ऑन यह फॉर्मेट ऑफ़ इंडिया वहां से होंगे
कंसोलिडेटेड फंड आफ इंडिया से और कंसोलिडेटेड फंड आफ इंडिया से अगर पैसे को एप्रोप्रियेट करना निकालना है तो वह
पार्लियामेंट्री लॉक हिसाब से निकलेगा यानि की कंसोलिडेटेड फंड आफ इंडिया से पैसा निकालने से पहले एप्रुपरिएशन बिल
लोकसभा में और राज्यसभा में पास होना चाहिए राज्यसभा में वोटिंग नहीं पड़ती है बस डिस्कशन लोकसभा में बिल पास होना
चाहिए नहीं तो यह दूसरी बात करते हैं Tata की कार्स जितने प्रकार का पैसा होता है वह पैसा पैसा सरकार तो अगर आपने किसी से
पैसा उधार लिया तो आपने तो सरकार ने सेंट्रल गवर्नमेंट नियुक्त इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड से पैसा गया कहां पर है मीडिया
में लेकिन कुछ पैसे होते हैं जैसे सरकार के नहीं होते जैसे कि जो आप गवर्नमेंट जॉब जॉइन करोगे तो आपका पीएफ का पैसा
कटेगा बॉयज आपने एनपीएस जॉइंट करेंगे पेंशन स्कीम उसका पैसा कटेगा तो इस तरीके की जो पैसे होते हैं जो एंप्लाइज की
सैलरी से कट हैं गवर्नमेंट डिपॉजिट में जाने के लिए उस तो जूडिशल डिपोजिट सोते हैं कि भैया सरकार जो जुड़ी है जैसे
लिफ्ट जहां पर हाइकोर्ट ने किसी को परमिशन डाली यहां बेल बेल कर लेता पैसा जमा करो तो इसको जूडिशल डिपॉजिट होता है वहां
जाते हैं पब्लिक अकाउंट आफ इंडिया में जाते हैं सेविंग्स बैंक डिपॉजिट डिपार्टमेंटल डिपॉजिट्स तो मान लीजिए कि
कस्टम में आपको अपना सामान लेकर आना है कस्टम कमिश्नर ने बोला इस सामान क्लियर कराने के लिए 50 लाख की बैंक गारंटी दो तो
₹5000000 बैंकों के पास जाकर जमा करो गारंटी के नाम पर तुम अपना सामान लेकर लो फिर जब हम प्रॉपर डोकोमेंट साफ करके सब जमा
कराकर अपना फाइनल सबमिट कर लोग और हम अप्रूव कर देंगे उस समय पर तुम हमारे तरफ से इंश्योरेंस लेकर बैंक में तुम्हें 50
लाख रूपए वापस हो जाएंगे तो हुआ था वे कई की बैंक गारंटी होगी तो ₹50 कहां जाएगा तो इस तरह की डिपॉजिट है किसी और
अभियुक्तों की कस्टडी में की नियुक्ति तो कल की डेट में कोई काम करने के लिए सब्सक्राइब कर लीजिए हर महीने ₹1 अपने
पेरेंट्स के लिए वापस कहां पर है मैं तुझे बाहर के देश में हमारे भारतीय काम करते और अपने फैमिली को या पैसा बेचते हुए
आता तो सरकार के अकाउंट में तो क्या सरकार का होता नहीं वह तो उन लोगों का तो उसको किस कैटेगरी में आप जोड़ोगे पब्लिक
घंटे में जोड़ा जाएगा तो ऐसे खर्चे जो बैंकिंग ट्रांसेक्शंस के नीचे के जो एक्टिविटी में पार्लिमेंट के सॉरी वेस्ट
दिल्ली में हमारी सरकार के नहीं है वह लोगों का पैसा है बट सरकार की कस्टडी में तो कहां पड़ा रहेगा पब्लिक अकाउंट पड़ा
रहेगा पब्लिक आफ इंडिया से पैसे निकालने के लिए किसी भी पार्लियामेंट्री एप्रोप्रिएशन लौकी जरूरत नहीं है पब्लिक
अकाउंट ऑफ इंडिया से पैसा ऐसे ही निकाला जा सकता है मतलब मिड आफ एग्जीक्यूटिव इन नेचर इसको एक्जीक्यूटिव के शुरू किया
जा सकता है कि युवक की जरूरत नहीं है ए पब्लिक अकाउंट में पैसा कैसे निकाला जाएगा यह सरकार समय-समय पर डिपेंड करती रहती
आपको पता है कि सरकार समय-समय पर एनपीएस और इस तरीके की स्कीम से लेकर आती रहती है तो पैसा पब्लिक अकाउंट में कैसे जाएगा
कैसे निकलेगा यह जो सरकार है काउंसिल आफ मिनिस्टर्स शोल्ड बे प्राइम मिनिस्टर डिसाइड करते हैं पहले नियम-कानून
निकाला जाता है हिसाब से पैसा पब्लिक ऑफ इंडिया के अंदर कैसे जाता है कैसे निकलवाए यह डिसाइड किया जाता है और फाइनली
आते कंटिंजेंसी फ्रंट ऑफ इंडिया पर लिखी जो कंटिंजेंसी फ्रंट ऑफ इंडिया है यह एक इमरजेंसी अकाउंट है जिसमें पैसा
समय-समय पर डाला जाता है पार्लियामेंट कंटिंजेंसी फ्रंट ऑफ इंडिया एक्ट बनाया 1950 में 1950 वाला बैक है जिसके थ्रू
कंटीन्जेसी फंड आफ इंडिया थे इसके यह जो भी ऐड डिस्पोजल आफ प्रेसिडेंट प्रेसिडेंट सब्सक्राइब करें फाइनेंस
सेक्रेटरी यह तो कल की डेट में सरकार को एकदम से पैसों की जरूरत पड़ती है तो जितना भी पैसा ₹500 कितना पैसा है कि सरकारी
डिसाइड करें एग्जिक्यूटिव डिसाइड करेगा तो कंटिंजेंसी फ्रंट ऑफ इंडिया में पैसा सरकार अपनी जरूरत के हिसाब से
इमरजेंसी में निकाल सकती है तो प्रेसिडेंट के अंदर होता है यह और जो आपका फाइनेंस सेक्रेटरी वह इस फंड को हेल्प करता है
और यह जो प्रेसिडेंट पक एक्टिवेशन से पैसा निकाला जा सकता बाद में लोकसभा के पूर्व लेकर बाद में फिर से जितना पैसा
निकाला जाएगा उसको रिप्लेस कर दिया जाएगा क्योंकि कंटिंजेंसी के इसको इस्तेमाल करना इमरजेंसी के इसको इस्तेमाल करना
है तो एग्जीक्यूटिव एक्शन के थ्रू इसको रेगुलेटर किया जाता है हालांकि इस फंड में से मान लीजिए ₹500 500 रुपए खर्च कर दिए
तो 30 करोड़ को रिप्लेस करने के लिए सब्सक्राइब करें गाइड को लाइक और शेयर करना न
CashNews, your go-to portal for financial news and insights.
Sar ek baat bataiye. yadi Hamari Sarkar Kisi desh ko loan Deti Hai ya Kisi Prakar ka financial assistance Deti Hai to kya uske liye vah Sansad mein prastav lati hai?
Contingenency fund se paisa nikalne ke pehele kisika permission jorurot hay kiya
Any one preparing this year
Please explain properly about the additional Grand and exceptional grand
Consolidated fund of india is like treasure 😅
Thankyou sir
❤thanks so much
Thank you so much sir ❤
Chillar country was jhakasss 😂😂😂
Amazingly explained
Kahe ka cut motion😂😂😂11:40
Date- 14jan 2024, Time-12:38am
I am taking classes from Rajesh Mishra sir… But still I am going through your video… Harshit sir your videos are really very helpful…
Thank u sir
Thankuhh sir
Thanks for everthing🙏🇮🇳
🙏🙏🙏
Goldstandard 🙏🏻1million🙏🏻
Thankyou sir 🙏🙏🌟🌟
13:44 😂
hum to vese bhi ese chillar countries ko he loan dete hai…LOL LOL
Thank you so much sir …
The most difficult chap of laxmikant
I think all these which we are studying 😢😢😢,are not known to anyone of the MPs .
Chillar countries ko he loan dete hai 😅😅😅😅
Chillar countries ko loan dete hain–😂🤣🤣 savage (roasted)
Best explanation 😊🙏
Thank you sir 🙏🙏🙏
Chillar countries 🤣🤣🤣
Thank you sir ji 🧡💛💙
🙌🏻
Excess ads permission………
Do rajya sabha have the right to pass these grants? Or is it the exclusive right of lok sabha??
Hum to waise bhi chiller countries ko hi paise dete hai 🤣🤣🤣🤣
Bohot badiya sir
Thank you so much sir ❤️🙏
Thank-you sir
Thank you sir
I have only one question, these MPs knows about all of these grants, motion 🙄🙄🙄.i don't think so
❤️
Chilear country's line 🤣🤣🤣
Bht badhiya lecture😀😀😀😀
You are best sir