October 18, 2024
Consignment accounts bcom 1st year | Financial Accounting
 #Finance

Consignment accounts bcom 1st year | Financial Accounting #Finance


हेलो स्टूडेंट आज के इस लेक्चर के अंदर हम स्टार्ट कर रहे हैं फाइनेंशियल अकाउंटिंग के अंदर चैप्टर कंजाइनमेंट

अकाउंट कंजाइनमेंट अकाउंट को हिंदी में प्रश्न खाता बोलते हैं हिंदी इसलिए की बहुत सारे स्टूडेंट ऐसे होते हैं जिनके

हिंदी मीडियम होता है तो उनके लिए साथ-साथ में मैं थोड़ा बहुत हिंदी भी लिखूंगा है ना परेशान खाता या प्रश्न खाता सबसे

पहले कंजाइनमेंट अकाउंट क्या है इसका थोड़ा सा बेसिक जान लेते हैं फिर इस चैप्टर के अंदर मैटर करेंगे ठीक है देखिए

बिजनेस जो है आज के टाइम में कोई भी बिजनेस जो है वह क्या चाहता है की उसका मार्केट बड़ा हो मतलब कोई भी बिजनेसमैन आज के

टाइम में यह नहीं चाहता की वो 24 गली में ही अपना प्रोडक्ट बेचे या एक गांव के अंदर ही बेचे या एक जिला में बेचे एक सिटी

में भेजें या एक स्टेट में भेजें कोई भी बिजनेसमैन क्यों ना हो अपना मार्केट बनाना चाहता है वह अपने गुड्स को और भी

एरियाज के अंदर सेल करना चाहता है तो दूसरी सिटी में बहुत सारे स्टेटस के अंदर नेशनल लेवल पर या इंटरनेशनल लेवल पर ठीक

है तो इस चीज के अंदर क्या होता है की अगर उसको अपना गुड्स और मार्केट के अंदर पहुंचाना है और एरियाज के अंदर पहुंचाना

है तो उसको या तो अपनी उधर ब्रांच खोलने होगी जो हम ब्रांच अकाउंटिंग में करते हैं लेकिन उसमें खर्चा बहुत ज्यादा आता

है क्योंकि ब्रांच का मतलब हो गया आप अपना उधर एक बिजनेस ही सेटअप कर रहे हैं लेकिन एक और तरीका है जिसमें बहुत ज्यादा

खर्च की ये बिना भी ऐसा किया जा सकता है और वही है कंजाइनमेंट वही ऑपरेशन इसमें क्या होता है की कोई भी बिजनेस जिसको

अपना गुड्स जी भी एरिया में सेंड करना होता है किसी भी एरिया के अंदर वहां पर वो क्या करता है अपना एक एजेंट नियुक्त कर

देता है क्या कर देता है एजेंट यानी की एजेंसी वाला रिलेशन शिव बनाना होता है जैसे की ये बिजनेस है ठीक है और इसको अपना

गुड्स किसी दूसरी सिटी के अंदर भेजना है तो जिस-जिस सिटी में वो भेजना है हर सिटी के अंदर वो अपना एक एजेंट अप्वॉइंट कर

देगा एजेंट है एक तरह की ठीक है उसे एजेंट को एक परसों को अप्वॉइंट कर देगा और यह जो बिजनेस है वो उसको अपना गुड्स क्या

करेगा सेंड ठीक अब एजेंट क्या करेगा और सेल करने के बाद में अपना खुद का कमीशन कैट लगा अपना खुद का कमीशन क्या कर लगा कैट

लगा बाकी सर पैसा जो है कमीशन काटने के बाद में बाकी सर पैसा जो है वो इस बिजनेस को लोटा देगा पी कर देगा बस यही है

कंजाइनमेंट तो एजेंसी वाला रिलेशन यहां पर होता है अब हम थोड़े से टेक्निकल पे ए जाते हैं यह जो बिजनेस है इसको इस

बिजनेस को बोला जाता है जो ओनर है जो मलिक है उसको बोला जाता है कंसाइनर क्या बोला जाता है कंसाई न प्रेषक और यह जो एजेंट

है और यह जो बिजनेस हो रहा है पूरा कंसाइनर कंसाइनर को गुड्स भेजता है अब मैं यहां पर बिजनेस मलिक एजेंट वो शब्द उसे

नहीं करूंगा अब मैं ये बोलूंगा की कंसाइनर ने कंजरनी को गुड्स और किया कंजाइनिंग ने उसे आगे बीच दिया और उसमें से जो

सेल वैल्यू आई उसमें से अपना कमीशन कैट लिया और बाकी का पैसा इसको दे दिया इस पुरी एक्टिविटी को बोला जाता है

कंजाइनमेंट ये है एक प्रेशर तो इसमें देखो खर्चा कुछ ज्यादा है नहीं बस एक बांदा पॉइंट है उसको गुड्स भेजना है वो आपकी

सेल कर देगा अपना कमीशन कैट लगा बाकी का पैसा इसको रिफंड कर देगा ओके अब यहां पर कुछ चीज और है उसमें मैं आपको बताता हूं

कमीशन के बड़े में मैंने यह इस एजेंट के लिए यानी की कंजाइन नहीं के लिए में कमाई क्या है प्रॉफिट तो इस एजेंट को

प्रॉफिट में ऐसा नहीं मिलता है जितना भी गुड्स बेचे से प्रॉफिट हुआ वह सर इसका इस पुरी प्रोसेस के अंदर जो भी खर्च हुए

वो सारे इसके अगर लॉस हो गया तो वो इसका तो साड़ी रिस्पांसिबिलिटी साड़ी रिस्क साहब प्रॉफिट सारे खर्च सब कुछ इसका

सेंड करना है और उसके बदले में उसको कमीशन मिलेगा ओके अब यहां थोड़ा सा फॉक्स करना कमीशन के मैं आपको टाइप्स बता देता

हूं कमीशन तीन टाइप का होता है टाइप्स ऑफ कमीशन सबसे फर्स्ट होता है नॉर्मल कमीशन ठीक है इसको हिंदी में कमीशन कमीशन को

हिंदी में कमीशन नहीं बोलते हैं यह समझना थोड़ा सा और इसके बाद में और भी टॉपिक है बहुत यह तो मैंने आपको इजीली थोड़ा सा

बताया है परिसोड कमीशन डेल ग्रेड कमीशन क्या होता है देखो अगर इस एजेंट को यह एजेंट जो है ना इसका गुड्स कंसाइनर का

गुड्स कौन सेल करेगा कंजाइनिंग और सेल दो प्रकार के होते हैं एक कैसे लो सकता है और एक क्रेडिट सेल हो सकता है कैसे मैं

इधर ए जाता हूं कैसे हो सकता है और क्रेडिट सेल हो सकता है दो तरह के सेल होते हैं कैश भी होता है और क्रेडिट भी होता है

कैसे सेल में तो कोई प्रॉब्लम नहीं है सेल किया पैसा मिलेगा कमीशन कटेगा बाकी का कंसाइनर को भेज देगा लेकिन क्रेडिट

सेल में तो प्रॉब्लम है ना क्रेडिट मतलब उधर उधर बेचा है तो तो प्रॉब्लम है ना क्या प्रॉब्लम है की हो सकता है सामने

वाला पैसा वापस हमें एन दें के चांसेस रहते हैं यस ओके इसके अलावा रिकवरी लेट हो शक्ति है जल्दी हो शक्ति है उसके भी

चांसेस रहते हैं यस है तो यानी की क्रेडिट सेल के कैसे में पैसा डूबने के और खर्च होने के चांसेस हैं अगर यहां पर जो

कंजाइनिंग है उसका कम केवल सेल करना है पैसे डब गए बेडप्स हो गया सामने वाला पैसा नहीं दे रहा है साड़ी हेडाचे कंसाइनर

की ये मलिक ये बिजनेस की है तो तो केवल यही कमीशन दिया जाएगा जिसे नॉर्मल कमीशन बोलते हैं बट अगर ये कंजाइनिंग जो है

इसको यह अधिकार दे दिया जाए ये राइट दे दिया जाए यह रिस्पांसिबिलिटी दे दी जाए की भैया देखो हम तुमको एक और कमीशन देंगे

जिसका नाम है दिल क्रेडर कमीशन पर इस वक्त कमीशन यह कमीशन तुमको इसलिए दिया जा रहा है ताकि कुछ रिस्पांसिबिलिटी तुम ले

लो जैसे अगर तुमने उधर भेजो और बेड एब्स हो गए तो वो लॉस तुम्हारा इसलिए तुम बेडप्स मत होने दो ठीक अगर पैसा रिकवर नहीं

हो का रहा है तो उसमें जो खर्च ग रहे हैं वो भी इस एजेंट के तो एजेंट रिस्क ले रहा है की हो सकता है रिकवरी टाइम पर नहीं

हूं तो वह इसका रिस्क ले रहा है तो इस रिस्क इस जोखिम लेने के बदले में कंसाइनर यानी की जो ओनर है जो बिजनेस है उसको एक

अलग से कमीशन देता है जिसका नाम है डेल क्रेटर कमीशन ओके तो डेल क्रेडिट कमीशन का फॉर्मूला जो होता है वो होता है

क्रेडिट सेल्स इन रेट अपन हंड्रेड ठीक है कैलकुलेट करना है क्वेश्चन साइलेंट है तो आप टोटल सेल पर भी इसको कैलकुलेट कर

सकते हैं नेक्स्ट कमीशन तीन ही टाइप है कमीशन की और वो है ओवरराइडिंग कमीशन मैं इसको इधर कर देता हूं ठीक है थर्ड नंबर

है ओवर रीडिंग कमीशन आदि कमीशन इसको समझना कर देना कितनी सेल प्राइस है हजार रुपए इसके अंदर मां लेते हैं ₹800 का कॉस्ट

है ₹200 का प्रॉफिट है तो सेल प्राइस है अब कंसाइनर इसको आगे कितने में बेचेगा हजार में और हजार में बेचेगा तो उसको कौन सा

कमीशन मिल जाएगा नॉर्मल लेकिन कंजाइन नहीं जो है वो इसको हजार में नहीं भेजता है कांक्षिणी के पास टैलेंट है और

कंसाइनर ने उसको अधिकार दे रखा है की आप सेल वैल्यू से अगर ज्यादा बीच सकते हो तो भेजो मतलब अगर आप 1200 में बीच सकते हो ₹1100

में बीच सकते हो तो भी अच्छा है हमको कोई प्रॉब्लम नहीं है लेकिन कम से कम सेल प्राइस जा रहे हैं इससे ज्यादा बेचोगे तो

आपको एक और प्रॉफिट मिलेगा जिसका नाम है ओवरराइडिंग कमीशन यानी की जो सेल प्राइस डिसाइड की गई है इनवॉइस प्राइस

डिसाइड की गई है उससे अगर ऊपर सेल प्राइस पर अगर एजेंट को सेल करता है तो जितने सेल किया उसे पर भी कमीशन मिलता है मां

लेते हैं हजार रुपए सेल प्राइस डिसाइड कारी और उसने आगे भेज दिया ₹1200 में तो यहां पर मिलेगा तो वो मिलेगा आपका सेलिंग

प्राइस भी कई बार सेल प्राइस बोलती है तो कितने ज्यादा हो गए दोस्त उसे पे ऊपर कमीशन दिया जाता है रेट * 100 तो यहां पर मां

लेते 10% कमीशन था तो कितना हो गया 200 200 का 10% कितना हो गया ₹20 कमीशन हो गया एजेंट को मिलते हैं तो यह ओवरऑल हमने थोड़ा सा इसका

परिचय कर लिया इंट्रोडक्शन कर लिया है अब मैं थोड़ा सा डिटेल में आपको और बताता हूं फिर हम आगे बढ़ते हैं ठीक है तो

देखिए इसमें क्या होता है देखो हमको अकाउंटिंग जो करनी होती है वो एक करनी होती है इन डी बुक शॉप कंसाइनर यह करनी होती

है इन डी बुक शॉप कंजाइनी तो दोनों की बुक्स में अपन को अकाउंटिंग करनी होती है डिपेंड करता है क्वेश्चन के ऊपर की वह

कौन सी अकाउंटिंग हमको देता है तो आपको अगर अकाउंटिंग करनी है कंजाइनमेंट की तो आपको क्वेश्चन में देखना होगा की कौन

से की बुक्स में बोल रहा है आपको अकाउंटेंट बन्ना है लेकिन किसके लिए कर रहे हैं इन डी बुक्स ऑफ कंसाइनर या फिर आप

अकाउंटिंग करेंगे इन डी बुक ऑफ कंजाइनिंग एजेंट की बुक्स में अकाउंटिंग करनी है या फिर आपको अकाउंटिंग करनी है अगर इन

डी बुक्स ऑफ कंसाइनर ऑफ अकाउंटिंग करते हैं तो इसमें आपको कौन-कौन से अकाउंट बनाने होते हैं वो मैं बता देता हूं इसमें

सबसे फर्स्ट अकाउंट बनेगा कंजाइनमेंट अकाउंट प्रश्न खाता हिंदी में बोलेंगे प्रॉफिट और लॉस पता चल जाएगा उसे

कंसाइनर को उसे बिजनेस को मलिक को यह पता चल जाएगा की हमारा जो एजेंट है उसका एजेंट का कौन बना रहे हैं ताकि उससे कितने

रुपए में लेने हैं या उसको कितने देने हैं और इसमें जो भी है हमको पता चल जाएगा में टॉपिक यही होता है एग्जाम में आता है

यह बहुत इंपॉर्टेंट है इसको हम डिटेल में अलग से लेक्चर में पूरा करेंगे असामान्य हनी हो जाति है गुड्स और कर रहे थे

बीच में एक्सीडेंट हो गया सर गुड्स जो है आज से नष्ट हो गया इस तरीके से तो अब नॉर्मल लॉस भी हो सकता है उसकी अकाउंटिंग

ये अकाउंट बनाएगी बुक्स की बात करें तो केवल दो अकाउंट बनाएगी एक बनाएगी कंसाइनर यानी ओनर यानी की मलिक का अकाउंट की

उसको उससे रुपए लेने हैं या कितने देने हैं उसका हिसाब किताब पूरा और सेकंड नंबर यह कमीशन अकाउंट बनाएगी किसको टोटल

कितना कमीशन मिला तो नेक्स्ट लेक्चर के अंदर हम इन डी बुक्स ऑफ कंसाइनर को सीखेंगे पहले जनरल एंट्री करेंगे फिर ये

सारे अकाउंट बनाना सीखेंगे और फिर उसके बाद नेक्स्ट उसके भी अगले लेक्चर के अंदर हम इन डी बुक्स ऑफ कंजाइनिंग को भी

सीखेंगे अगर आपको इन वीडियो से हेल्प मिल रही है लेक्चर से हेल्प मिल रही है तो हमें भी आपका सपोर्ट चाहिए आप लाइक शेर

सब्सक्राइब और कमेंट करके हमें बताएं आपको कैसा लगा आमिर खान नेक्स्ट वीडियो में आज के लिए इतना ही तब तक के लिए बाय

बाय और थैंक यू

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