रिसेंटली 20224 ब्रिक्स सम्मेलन एकटी वीडियो ते स्पष्ट देखा गछ ज व्लादिमीर पुतिन हाते एकटी नोट धोरे जेटीर वीडियो
सोशल मीडिया द्रुत यरल होए जाय ए दृश्य सोशल मीडिया तुमुल आलोचना तैरी करछ आले ए समय रशिया प्रेसिडेंट व्लादिमीर
पुतिन जे छटी यरल होए सेखाने स्पष्ट देखा जा तिनी हाते एकटी नोट धरे अनाद जानि रखी ए छबी संप्रति रशिया अनुष ब्रिक्स
सम्मेलन समय ए सम्मेलन भारत चीन ब्राजील सह प्राय 30 टी देश प्रतिनिधि और नेता अंश ग्रहण लेन पुतिन हाते थाका ए नोट कोन
साधारण नोट नय एटी ब्रिक्स करेंसी नामे परिचित ए नोट निए ए तोटा आलोचना शुरू होए जे एख पूरो विश्वे दृष्टि ए ब्रिक्स
करेंसी दिके केंद्री भूत होए और ए ब्रिक्स करेंसी वेस्टर्न कंट्री गुली प्रधान माथा बथ कारण होए दार कारण बला हय ज
विश्व बर्भाग बाणिज्य मार्कन डॉलर ऊपर निर्भर शल मार्कन डॉलर छड़ा ई देश मध बाणिज्य करा तंत कठिन होए पड़े डॉलर ए
आधिपत्य काण बेशर भाग अंतर्जातीय लेनदेन एवं पेमेंट सिस्टम डॉलर व्यवहार अपरिहार्य होए उठे फले विभिन्न देश के
इंटरनेशनल बाज्य एवं आमदनी रतनी क्षेत्रे बाध्यता मूलक भा डॉलर ऊपरे निर्भर थकते हय किंतु एन पुतिन जखन ब्रिक्स
करेंसी के सार सामने उपस्प्रिंग रूपे पे जाबेन और चाहिले अपनारा सेग क्रॉस चेक कर निते पारेन तो बंधुरा वीटी के शुरू
करार आगे अनाद का छोट एकटी अनुरोध करबो वीटी के एकटी लाइक आदर चैनल टी के एनी सब्सक्राइब कमेंट लिखु जय हिंद जय भारत
बंधुरा आई एनएन रिपोर्ट अनुजाई ब्रिक्स जद सत्य ता निस्व मुद्रा चालू करे तब टा मार्कन डॉलर ऊपर नेक बड़ प्रभाव फेलते
पारे बरर पर बर धरे मार्कन डॉलर वैश्विक लेनदेन मूल भित्ति होए छलो प्राय 88 श करेंसी लेनदेन डॉलर हय और बिर भाग तेल केना
बचाओ डॉलर हीय किंतु ब्रिक्स ज निद अला करेंसी तैरी कर ताले ए डोमिनेंस धीरे धीरे दुर्बल होए जाब एवं एकटा समय त शेष
होए जते पारे देखु विश्व सब कटी देशर माते ए कटी रए ज मार्कन डॉलर वैश्विक बाणिज्य दीर्घ दिन धरे आधिपत्य अस
विश्वव्यापी प्राय 88 पर मुद्रा लेनदेन डॉलर बवत हय एवं केंद्रीय बैंक गुली ता 59 पर रिजर्व डॉलर धरे राखे इछा तेलर मतो
कमोडिटी मार्केट प्राय 80 पर ट्रेड डॉलर होय जेटी पेट्रो डॉलर सिस्टेम माध्यमे आ शक्तिशाली होए उठेचे ए मॉडल देश गुली
के डॉलर संचय करते बाध्य कर जाते तरा तेल सह अन्यान्य प्रयोजन प्य आमदनी करते पारे डॉलर मूल्य जख बढे तखन आमदनी प्य
सस्ता होए जाय तब रतनी खरच नेक टा बेड़े जाय ज अमेरिका ट्रेड घटती ढाय न्य दिके उन्नयन शल देश गुली डॉलर ऋण नय कम सुदर
सुविधा पते किंतु डॉलर दाम ढले ए ऋण परिशोध करा आ कठिन होए पड़े फॉर एग्जांपल नेक आफ्रिकन एवं लटन अमेरिक देश बर्तमान
ता ऋण परि सेवाय संकटे रए कारण डॉलर दाम बृद्धि ता अर्थनीति रे विशाल चाप तैरी करछ साप प्रतिक बरते रशिया चीन एवं भारत
सह ब्रिक्स देश गुली डॉलर विकल्प खजर चेष्टा करछ किछु देश तो इति मध्य स्थानीय मुद्रा लेनदेन शुरू करछ एवं 2023 साले
विश्वव्यापी तेलर प्राय 20 पर ट्रेड मार्कन डॉलर छड़ा अन्य मुद्रा संपन्न होए ही परिवर्तन डॉलर के कमजोरी कर देवार
एकटी इंगित जयो डॉलर एनो वर्ल्ड इकोनॉमिक्स से प्रभाव रए ग गवेषणा देखा ग ज 2024 सालर मध्य मार्कन डॉलर एनो वैश्विक
लेनदेन मुख्य भूमिका पालन करछ किंतु नन अर्थनीति जोट गुली धीरे धीरे ए प्रभाव कमानो चेष्टा करछ विश्वव्यापी प्राय 80 %
बाणिज्य मार्कन डॉलर ओपरे निर्भर शल किंतु नेक देश ए डॉलर निर्भरता दादागरी थे मुक्ति पते चाय तरा आ मार्कन डॉलर
बाणिज्य करते चाय ना कारण ए सपूर्ण नियंत्रण तो अमेरिक हाते ज कोन देश के था माते हय तखन अमेरिका से देशर विरुद्ध डॉलर
निर्भर ट्रेंड किछु निषेधा का आरोप ते ओ देशर अर्थनीति एवं बाणिज्य बड़ समस्या तैरी हय एवं सेही देश आ डॉलर व्यवहार
न्य देशर संगे बाणिज्य करते पारे ना जमन रशिया एवं ईरान ए निषेधा कारणे सरासरी अनेक तिर सखन होए और ईरान तो गत कयक बछर
धरे एमन एकटी व्यवस्था खुजे जाते तरा स्थानीय मुद्रा लेनदेन विभिन्न देशे संगे निदर मध्य बाणिज्य ली जते पारे कोन
तृतीय पक्षे निषेध भय छाई किंतु फाइनली अनेक प्रचे पर अवशेष एकटी समाधान पावा ग एवं एर फलाफल एटाई विषयक जे पश्चिमा
देश गुली टी के सहजे मेने ते पब ना रशिया नेतृत्व ीन ब्रिक्स संगठन मार्कन डॉलर प्रभाव कमानो जन्य एकटी बड़ परिकल्पना
करछ खबर अनुजय व्लादिमीर पुतिन एकटी नन बैंक नोट प्रकाश करछ जाके ब्रिक्स करेंसी बला हो एवं ए नोट के डॉलर विकल्प हिब
उल्लेख करा होए और नन मुद्रा ब्रिक्स मीटिंग ए डेमो हिब नो होए जद ए डिजाइन नेक समय आ बेर होए गए छलो ओ सेटा ऑफिशियल लो
ना ब्रिक्स मीटिंग ए पुतिन सकल देशे प्रतिनिधित्व के ए करेंसी देखन जेखाने भारत चीन रशिया ब्राजील एवं साउथ आफ्रीका
पताका एवं तार प्रतीक जमन भारते ताजमहल एवं चीने ड्रैगन देखा गछ नोटर ए डेमो डिजाइन मीटिंग उपस्थित सकल देशे
प्रतिनिधि देर नो हय जाते तरा भविष्यत ब्रेक्स करेंसी कल्पना करते पारे ओ एटी च रांत डिजाइन नय एवं भविष्यत किछु
परिवर्तन होते पारे पुतिन ए नोट के एकटी उदाहरण हिसाब सामने आले ए नोट प्रथमे एकजन सांगवा दिक पुतिन के उपहार देन एवं
पुतिन एटी के पसंद करन इप तिनी इंगित देन भविष्यत ठीक ए धरन नोट ब्यबहार करा ते पारे ए घटना ब्रिक्स करेंसी संभावना निए
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अनादर के जानिए रखी बर्तमान बैठ के चीन रशिया एवं भारत ए तीन महाशक्ति छड़ा ब कटी आरो देश उपस्थित लो और किछु किछु देश
एमन लो जरा ब्रिक्सर सदस्य होते चाय फले सदस्य संख्या खूब शीघ्र ही 11 थे द्विगुण होते पारे और मजार विषय होलो वर्तमान
ब्रिक्स देश गुली विश्व 45 पर जनसंख्या प्रतिनिधित्व करे एवं वैश्विक 35 पर इकोनॉमी नियंत्रण करे अर्थात नुतन मुद्रा
चालू होले ब्रिक्स सदस्य देश गुली निदर मध्य मर्किन डॉलर प्रयोजन छड़ा बाणिज्य करते पब मार्कन डॉलर प्रयोजन तखन पब
जखन चीन भारत एवं रशिया पश्चिम देश गु संगे बाणिज्य करते ह और एमन होले कल्पना करुन जे डॉलर आधिपत्य तख कटा कमे जाब तब
ब्रिक्स मुद्रा चालु होले ए जोट एटाई शक्तिशाली होए उठबे जे न्य कोन देश सहजे तार विरुद्ध किछु बोलते साहस देखाब ना
एमन की भविष्यत पश्चिमा देश गुली ब्रिक्स मुद्रा लेनदेन करते आग्रह होते पारे ए मुद्र बायरे सापक राशिर शीर्ष
सम्मेलन ब्रिक्स एकटी नन डिजिटल पेमेंट सिस्टेम प्रदर्शन करा होए मीटिंग चला कालीन विभिन्न बारकोड एवं प्रोमो कोड
देखानो होए छलो जा व्यवहार कर चा कॉफी एवं जे कोनो आइटम केना संभव जद एटी एकटी डेमो लो ते बोनो होए ज शीघ्र ही ए पेमेंट
सिस्टेम अनुष्ठा निक भावे चालू करा हवे ए सिस्टेम माध्यमे ब्रिक्स देश गुली नागरिक न्य देशे भ्रमण समय लोकल करेंसी
एवं एक्सचेंज झमेला छाही लेनदेन करते पब धरा जाक एकजन भारतीय नागरिक चीने भ्रमण करलो से नन पेमेंट सिस्टेम दिए खुब
सहजे पेमेंट करते पब एकही भा एकजन रशियन नागरिक भारते ले ताके कोन अतिरिक्त मुद्रा विनिमय करते ह ना और ईबा कोन रकम
एक्सचेंजर फी दते ह कारण ब्रिक्स पेमेंट सिस्टम सेही सुग देब एमन होते पारे जे ब्रिक्स मुद्रा अनुष्ठा निक भा लंच ना ए
डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म के मूल फोकस करा ह टी सदस्य देश गुर मधे इंपोर्ट एक्सपोर्ट सहज तर करते साज्य करब कारण लोकल
करेंसी डिजिटल पेमेंट माध्यमे सरासरी रूपांतरित होवे जेतु भविष्य बाणिज्य डिजिटली ह ताई ए उद्योग समय उपयोगी तब जत
दिन ना पंत ए पेमेंट सिस्टेम सपूर्ण ग्लोबल एवं अनुष्ठा निक भा प्रतिष्ठित हय तत दिन ब्रिक्स देश गुली लोकल मुद्रा
तेही बाणिज्य लाब जेमन भारत रूपते ए धरन लेनदेन करे वर्तमान ब्रिक्स देश गुली विश्व मोट जनसंख्या 45 पर एवं विश्व
जीडीपी प्राय 35 पर नियंत्रण करे एर फले तरा मल्टीपोलर अर्थन किक काठा मो तैरी करते संभव ज मार्कन डॉलर आधिपत्य एकटी
बड़ो चैलेंज तैरी करब विशेषज्ञ बोलन ए परिवर्तन धीरे होले ता आस्ते ते मार्कन डॉलर भूमिका के ह्रास करते पारे विशेषत
जद ब्रिक्स तद निस्व डिजिटल मुद्रा चालू करे बा स्थानीय मुद्रा बाणिज्य के आरो प्रसारित करे एख आर्थिक व्यवस्था
परिवर्तन आनार जन्य जे उद्योग ब्रिक्स निए ता न्यान्य देश गुर का एकटी अनुप्रेरणा होते पारे जरा कोन रकम भावे अमेरिक
निषेधाज्ञा झुकी एरिए आरो स्वाधीन भा बाणिज्य करते चाय ब्रिक्सर ए उद्योग केवल एकटी अर्थनीति परिवर्तन नय ए भविष्यत
वैश्विक बाणिज्य जन्य एक नन दिगंत के उन्म चन करते पारे ए परिवर्तन गुली देखा कि देश गुली मल्टीपोलर विश्व व्यवस्था
गड़े तुलते चाछ जेखाने एकटी मुद्र ऊपर निर्भर शलता कमे आबे एवं स्थानीय मुद्रा गुली गुरुत्व बढ़ बंधुरा वीटी हम एखाने
शेष करछ किंतु अनाद मताम अत्यंत गुरुत्व पूर्ण अपनारा की मने करेन ब्रिक्स करेंसी भविष्य डॉलर विकल्प होते पब नीचे
कमेंट अवश्य अनाद मताम शेयर करुन ए वीडियो थे जद आपनी नन किछु जानते पेरे थान ताले वीटी के लाइक एवं शेयर करते भूल बेन
ना और हमद चैनल सब्सक्राइब कर बेल आइकॉन क्लिक कर ऑल नोटिफिकेशन ऑन ख जाते भविष को वीडियो अपडेट मिस नाय
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Sources:
INN: https://investingnews.com/brics-currency/
Malay Mail: https://www.malaymail.com/news/money/mediaoutreach/2024/10/18/exploring-the-structure-and-impact-of-a-potential-brics-currency-insights-from-global-broker-octa/334392
The Trading Basics: https://thetradingbasics.com/2024/09/23/how-would-a-new-brics-currency-affect-the-us-dollar-updated-2024/
FT Institutional: https://www.ftinstitutional.com/articles/2024/institute/consider-this-will-brics-dethrone-the-us-dollar
বিশ্ব বাণিজ্য সোনা, রুপার মূদ্রায় করলে কোন বৈসম্য থাকবেনা।
🇧🇩🇧🇩🇧🇩🇧🇩🇧🇩🇧🇩
জয় ভারত
ভারত মাতা কি জয়
Bol Bangla
ধ্বংস হিন্দু ধ্বংস ভারত।
🇧🇩 সিদ্ধান্ত ঠিক
Joy Hind joy Bhrat
Joyhin joybharot
এটা
২০২৫🎉🎉🎉🌍🌍🌍🤝🤝🤝🤝
Thank you Russia for bricks money
অবশ্যই মার্কিন ডলারের মান হারাবে
It will be launched very soon,inshallah,the doller will fall and brics currencies wll be introduced every where,
ডলার ভিএস ব্রিকস কারেন্সি। লড়াই চলবে । কে আগে যাবে?
জাতিসংঘ বা ব্রিকস মুসলিম রাষ্ট্রের কন এসথাই সদস্য নাই। এদের থেকে সাবধান মুসলিম রাষ্ট্র গুলো। এরা লাল কুকুর শিয়ালের ভাই
Yes
ভারতের এত মুরত নাই ব্রিকস তৈরি করবে তোদের বাবা আছে না বাবা রাশিয়া রাশিয়া বাবা তৈরি করছে 😂
Acuda hind
পারবে।
জয় হিন্দ, জয় ভারত।
জয় হিন্দ জয় ভারত ভারত আবার জগৎ সবার শ্রেষ্ঠ আসন লবে
ডলারের বিপরীতে চলুক তারপর দেখা যাবে। তবে ডলার ডলারই।
এসিয়া আমেরিকা আলাদা হোক। এই অঞ্চলে আমেরিকার আগ্রাসন বন্ধ হওয়া জরুরী
ভারত আমেরিকার কেনা গোলাম।ভারতের জন্যই এটা আলোর মুখ দেখবে না।তাছাড়া চীন রাশিয়া ভারত সারা দুনিয়ায় বেশি সে দেশের নোট ছাপায় তাই তাদের নিজেদের মধ্যেই সন্দেহ আছে 😂ভারত আর চীন তারা তাদের কত মুদ্রা ছাপায় কেও সেটা জানে না।আমার কথা সন্দেহ হলে গুগল অথবা ইউটিউবে দেখতে পারেন।
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ওটাতেও কয়েক শত বছরের বাবরী মসজিদের ছবি ও ইতিহাস আছে এবং তাজ মহল যা পৃথিবীর সাত আশ্চর্য এর একটি।
Joy tor mar gud
Joy tor mar gud
Gache kathal gofe tel…..
ব্রিকস কারেন্সি এতদিনে চালু করে দেওয়া দরকার ছিল অনেক দেরী হয়েগেছে তাই।
ব্রিকস মুদ্রা চালু হলেও ডলারের সমকক্ষ হতে( ডলারের 80% দখল করা স্থান) কমকরে 10-15 বছর সময় লাগদে পারে।
যদিও সৌদীআরব যোগ দিলে তেলের বাজার থেকে ডলার নির্ভরতা কমে যাবে বা আদৌ নির্ভরতা থাকবেনা, তখন ডলার তলানিতে ঠেকতে পারে, তবে আমেরিকা সহজে মানতে পারবেনা, কি কুট চাল চালে কে জানে।
ডলার এর বিপক্ষে অন্য কোন মুদ্রা দাড় করাতে পারলে ভালো হত কিন্তু এটা যে আকাশ কুসুম কল্পনা মাত্র এ ছাড়া কিছু ই না। ইনকিলাব জিন্দাবাদ।
জয় বাংলাদেশ
অবশ্যই হতে পারবে।
Inshallah
খবর শোনা যাচ্ছে চিন ইন্ডিয়াকে BRICKS থেকে বের করে দিবে।
AMERICA KI DOLLAR POLITICS AND DOLLAR' S DADAGIRY KHATAM. BRICKS CURRENCY NEW CURRENCY FOR NEXT INTERNATIONAL TRADE. JAI HIND, JAI BHARAT. =❤❤❤
Yes
Modi Shahr chobi chai😅😅
জয় সনাতন ধর্ম
🇧🇩 ভালো সিদ্ধান্ত