नमस्कार ब आज क भाई भनी अपूर्व कहानी कहानी अपने जा बड़ भाई रा सान भ को भाजन अवस्ता केम जबरदस्त गला तो चल आरंभ कर
कहानी ब छटिया परिवार ह परिवार परिवार बापा मा भाई भनी भाई जतिन जतिन मास और स्त्री मरा सुंदरी संसार चलीला किंतु हटात
घटना टला जो की बहुत जोरे त जगड़ा गला स्त्री की र पला गलाला दर् दिन बला यात रे मला य कर बख र बख माटी र बख पका र पका भाई
भाले बर्ष दिला बर्ष दिन अष ला त जन र ता माता भ सता बापा से स का स्त्री लो को टा लारे क नहीं तो म नी लीली ल को मात्र वर्ष
से ग प और से को पतली की समम कलर किंतु बहुत सुंदरी और सेक्सी ता को ज भी देखता पर नहीं चलली समय से दिही राती पूरा जोरे
बर्ष खड़खड़ी मार और पा कटा पूरा रोमांटिक था पटे मा और नी ले स जतिन ट सई राति अधरे वर्षा जोर ग और बने के कर स लग लीली ह
अनुभव करला ता छती परे कार हात स्पर्श रा सारा देह सरण क उला सेन केम ला के कला से हटात नी भला परि च उठला ता परे किछ जा
पला नहीं भला कौ ला टा से सपन देखला तो ता पर से मन को ब कला किंतु रा होन से टा स ला ना स्पन दे हरण दे को म को केला लाला ता
पर दिन से जा की र प्रत भावना थला त सपन ना स लाता पर दिना समस्ते ख प सले सरी सो को गले लीली मा मा और सेमाने से स कोले जतिन
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सला से चितना सई गला ईरा बेड करही सेसे धीरे धीरे अनुभव कला ट को मने ता पा को धीरे धीरे सला रेना नी की ती पर रखला पटे
लीली रा छती धड़ धड़ जा नर बढ जा सेवा कौन कर पुरुष दे नला आज प सेरी और घटना नला तांग शरीर बज मार जा परा ताया पानी पानी
जाता से जानी पला ज से के हीन भाई और भातो र चली जा तो भाई सम प नहीं अलीली किछ सम से च के रहीला ता भाई थ को साला ला द को च
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गला पटे ली भी सोई गला मनरे देरे को मार दे की सोला चपना सलो दही दे देखती लीली तो भाई म कोने ने मुर मार दे और जतिन से भी
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ठीक भाई पा करनी सेता बया को ंड ल धीरे धीरे पली को आरम करला भाई मरी गली कि मोटा सही नहीं जन कलालो डरनी कष्ट तारे मजा ही
मजा की कही से चरना बांड को स्ट्रोक मला और सीधा बांड ली जोर च उला जता म दे देला ताने लाता को को री किस कर लगला पटे धीरे
धीरे तो बांड कोतर मतर बर कर को लागला आ लीली पूरा सिकारिया भर आसे ता शद गु जा से मारा शरे ज उला धीरे धीरे सेता स् बला ली
च चता चुप कर मह मह को करम गरम चमा स्ड ब को को लग जो मजा लीली परमानंद जीन से केन सु से बोली किछ समला पर ज गला से बांड पला
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