September 19, 2024
Public Finance Vs Private Finance | Public Finance | Private Finance | Economics | Macroeconomics
 #Finance

Public Finance Vs Private Finance | Public Finance | Private Finance | Economics | Macroeconomics #Finance


हेलो [संगीत] हेलो फ्रेंड्स आज मैं आपके साथ अपने फ्रेंड्स और टॉपिक लेकर आओ जिसका नाम है पब्लिक फाइनेंस वर्सेस

प्राइवेट फ्रेंड्स इस चैप्टर के सारे के सारे लिंक आपको डिस्क्रिप्शन में मिल जाएंगे अगर आप नंबर वाइज देखेंगे तो

आपको बहुत मजा आएगा और आप सारे वीडियोस देखते टाइम पहुंचकर के साथ लिखेगा क्योंकि जैसे पेपर में लिखना है मैंने हुबहू

वैसे ही लिखा हुआ है तो चलिए शुरू करते हैं सबसे पहले हम शिमला डिस्कस करेंगे पब्लिक है इसमें और प्राइवेट समय इसमें

क्या है और बाद में डिसिमिलरिटीज थोड़ी वीडियो लंबी हो सकती है क्योंकि यह समझाने में तो टाइम लगता है आपको पर है तो

फर्स्ट प्वाइंट आ जाता है बैलेंस बिटवीन इनकम एंड एक्सपेंडिचर तो चाहे प्राइवेट सेक्टरों चाहिए पब्लिक सेक्टर दोनों

का मकसद यह है कि वह अपने खर्च और आमदनी को एटलीस्ट बराबर तो रखे हैं स्टेट और एंड विजुअल बोथ वांट टो स्ट्राइक ए बैलेंस

बिटवीन इनकम एंड एक्सपेंडिचर चाहे कमेंट हो या फिर इंडिविजुअल और हर कोई चाहता हूं खर्च और आमदनी तकरीबन बराबर है

प्राइवेट बल्कि यह आटा हमने नहीं जाता और खर्चा कामों देर बजट में भी imbalance टेंपरेरिली ब अ बैलेंस बिटवीन इनकम एंड

एक्सपेंडिचर हस टो बे इस्टैबलिश्ड सूनेर ओर लेटर उनका टेंप्रेरीली क्या पता खर्च और आमदनी बराबर ना हो बटन का जो मेन

मकसद है वह यहीं रहता के ओवर ए पीरियड आफ टाइम उनके खर्च और आमदनी में बैलेंस आ जाए तो पॉइंट से मिला है ठीक है कि

प्राइवेट सेक्टरों से पब्लिक सेक्टर 29 था कि उनके खर्च और आमदनी में बैलेंस रही चेकिंग प्वाइंट आ जाता है मैक्सिमम

सेटिस्फेक्शन अब सिंपल सी बात है प्राइवेट बंधा होता है सरकार जब वह खर्चा करेगी तो मैं रिक्शा तो यही होगा कि

सेटिस्फेक्शन बड़े बोथ थे स्टेट एंड थे इंडिविजुअल स्पेंट हिस डेथ इन थम विद ए व्यू टो मैक्सिमाइज वेलफेयर बेसिकली जो

भी पब्लिक सेक्टर या प्राइवेट सेक्टर दोनों के दोनों पैसा खर्च करते हैं और इस हिसाब से पैसा खर्च करना चाहते हैं इस

हिसाब से अपना इनकम एंड एक्सपेंडिचर इसका जो रखना चाहते हैं ताकि उनकी वेलफेयर मैक्सिमम को हॉवेवर हैं और इन

इंडिविजुअल इट इज मैक्सिमाइज इट इज द नेशनल फिर वाइल्ड वेस्ट इज द डेफिनेशन आफ सोशल वेलफेयर दोनों के दोनों पैसा खर्च

करके इनकम कर अपने को मैक्सिमम रखना चाहिए मतलब जो प्राइवेट सेक्टर है वह तो अपने self-interest कि मेघनाद की बात तो यह कि मेरी

सरकार पूरी सोसाइटी की को इस पॉइंट को सब्सक्राइब करें तो यह है कि वह अपने चैनल को सब्सक्राइब कीजिए और सब्सक्राइब

करें इस टॉपिक चेंज मैनेजमेंट आफ बोथ इंडिविजुअल एंड सिमिलरली इन इकोनामिक चेंजेज कोट फॉर एग्जांपल बोलते हैं फॉर

एग्जांपल आफ इन्फ्लेशन सब्सक्राइब बटन पर क्लिक करें और सब्सक्राइब करना ना भूलें क्योंकि इस चैनल पर और ड्यूरिंग

इलेक्शन एक्सपेंडिचर आफ सब्सक्राइब करें और सरकार उनके खर्चे तो एक-एक चीज पूरी में तो क्लिक करें बराबर-बराबर मतलब

दोनों दोनों दोनों कर सकते हैं सब्सक्राइब कर सकते थे इंडिविजुअल शीघ्र कैपेसिटी टो बौरो मनी फ्रॉम वन और दशा दिस एंड

हिस कैपेसिटी टो स्पेंड ओं डेवलप्ड इन दोनों दोनों दोनों दोनों कर सकते हैं और इस कर्ज लेने की जो यह कहते हैं कि युद्ध

खर्च कर सकते हैं यह दोनों पॉसिबिलिटी आफ पब्लिक मनी कैन बे यूज्ड फॉर डेवलपमेंट प्रोग्राम्स चैनल सबस्क्राइब टैब पर

क्लिक करें अब स्कूल में वीरवार को पैसे और घृणा और मैंने नहीं करता हूं सिगरेट पी लिया तो इस साइड से भी जाता है तो में

काम करके मैं अपने प्राइवेट फाइनेंस को मिस यूज़ कर सकता हूं ठीक है नेक्स्ट है डिसिमिलरिटीज ऐसी कौन सी चीजें जो

अलग-अलग घृणा इसकी डिसेबिलिटीज मतलब डिफरेंस जो आपस में इनकी नहीं मिलती फर्स्ट आ जाते डिफरेंस इन थे नेचर आफ थम उनकी

जो नीचे रॉबिन तो मैं वही डिफरेंट है द राइट आफ्टर थम इनटू टॉप टेन इनकम टैक्स डिपार्मेंट बाय लव थम एंड कितना पैसा

कमाएगी या कमेंट कितना पैसा टॉप टेन करेगी वह लॉक हिसाब से इट्स डिटरमिनेट बाय लॉ शोल्ड नीचे कमेंट नीचे कमेंट

सब्सक्राइब कर लें क्योंकि वह कानून के हिसाब से तो कानून के हिसाब से पैसा इकट्ठा करना तो वह कंपलसरी टो पे टैक्सेस

एंड गिव योर इंडिविजुअल कर सकती को इंडिविजुअल्स को बैंक को लोन कर सक टैक्सेस दे लौंडे मगर प्राइवेट बंदा ऐसा नहीं कर

सकता ठीक है ना 10 को स्टेट इन कम्स वेरी वाइड जो प्रोस्टेट इनकम कमेंट की इनकम का जो दे रहा है वहीं कर सकती कैन गेट लॉन्स

फ्रॉम फॉरेन कंट्रीज सकती है और नॉट अवेलेबल टो थम एंड सब्सक्राइब नहीं कर सकता डिफरेंट अप्रोच इन थे फर्स्ट टू मेक थम

फॉर करती है कि मेरे अगले साल इतने खर्चे होंगे और फिर खर्चों का हिसाब से सरकार अपना रेवेन्यू डिसाइड करें कि अब

देखेंगे कि पैसा कहां से आने वाला इंडिविजुअल वॉइस मेल सेंड ऐस्टीमेट आफ हिस ओर हेर इन कंफर्ट एंड योर टाइम इन हिस आफ

एक्सपेंडिचर इन अकॉर्डेंस विद द इनकम जो प्राइवेट इंडिविजुअल है वह इससे उल्टा वह सबसे पहले कि आप इतनी और मैंने

आमदनी के हिसाब से खर्च कितना करना है तो क्या करती है पहले खर्चे और उसी हिसाब से करने में मदद करता है पहले आमदनी

कितनी और फिर उसी हिसाब से खर्च करने की सोचता सब्सक्राइब इन दोनों की अलग-अलग कैसे सब्सक्राइब बटन को जितना चाहिए

उतना बड़ा नहीं सकता मगर मेरे लिमिट से ज्यादा नहीं चेंज कर लूं थोड़ा तो उसमें थोड़ा ला सकता हूं थे कंट्री डू इट

दूसरी तरफ अगर देखा जाए कमेंट कैन इंक्रीज इट्स इनकम इजीलि आप डेफिनेटली कमेंट आसानी से इनकम को बढ़ा सकते है और जितना

चाहे उतना बड़ा सकती हैंड्स इन को समेट इसमें इलास्टिक तो कमेंट सब्सक्राइब भी ले सकते हैं अपनी प्रॉफिट कर सकते हैं

कि इंडिविजुअल डिफरेंसेस इन थे नेचर आफ डिफरेंट इंडिविजुअल्स व्हो वांट टो गेट थे बेनिफिट आफ एक्सपेंडिचर subscribe The Channel

बेनेफिशियल टू द कंप्यूटर का खर्चा करता है तो यह है कि उसका बेनेफिट्स और उससे अश्लील मिले ठीक है मगर ऑन द खर्च करती

है तो यह होता कि वह कम करें कि उसे बेनेफिट्स उसका मकसद होता है कि सोशल वेलफेयर समिति के बात है बिट्स एंड कस्टम्स आफ द

पर्सनल एक्सपेंडिचर बट पब्लिक एक्सपेंडिचर हस मोटिवेटेड बाय सच गवर्नमेंट पॉलिसीज आफ रिमूवल आफ अनइंप्लॉयमेंट

पॉवर्टी एंड इकोनामिक डेवलपमेंट जो है बेटा व कस्टमर कस्टम से आदत जो बड़ी होती है वह प्राइवेट बंद है कि खर्चे कुछ डाल

सकती है समय एक शराबी को शराब पीने की आदत है तो उसका खर्चे में शराब या घी या उसको स्मोकिंग की आदत है तो उसके खर्चे में

सिगरेट पीना भी आ जाएगा ठीक है बट जो पब्लिक फाइनेंस है इसको कोई आदत नहीं होती पब्लिक फाइनेंस का एक मोटे होता है

खर्चा करने का जो मोटिव्स आ जाते हैं जैसे गरीबी हटाना अनइंप्लॉयमेंट हटाना या इकोनामिक डेवलपमेंट करना तो उसके जो Motors

है वह उसी हिसाब से खर्चा करता है रिक्वेस्टेड रेसिपी ई एग्री परसेंट राइस टू ट्राइड नॉट टो लेट एवरीवन नो अबाउट हिस ओर

हेर रियल इनकम एंड एक्सपेंडिचर हरेक इंडिविजुअल फॉर थे इंडिविजुअल जाता है कि उसके खर्चे के बारे में किसी को पता ना

लगे मतलब पब्लिक दूसरी तरफ विन अधिक राशि खर्च आमदनी और खर्चे इधर-उधर नींबू पानी में अपने खर्चे पर क्लिक करता हूं

विडियो चैनल को सब्सक्राइब करें कि मैं इतना खर्चा नहीं रखा जाता है डिफरेंट इंटरनेट झटका सब्सक्राइब दूसरी ओर सीख

वांट टो हैव अ सरप्लस बजट इंडिविजुअल्स व्हो शॉट टर्म के लिए बजट मेरे को अगर तनख्वाह मिलती है कि मैंने इतनी इतना

खर्चा करना है इतनी गाड़ी में पेट्रोल डलवाना चाहिए तो मेघनाद दूसरी तरफ पब्लिक बजट और आम बजट के लिए सब्सक्राइब करें

जितने भी उसमें से निकाल कर भी मैं थोड़ी कर लूं मैं ऐसा नहीं सोचती कि मेघनाद उसे पैसा खर्च के लिए बजट में मददगार होता

और सब्सक्राइब इंडिविजुअल एंड नों इंडिविजुअल ओर इंपोर्टेंट और कि एक्जिस्टिंग नीड डेन हेड्स और हर फीचर नहीं जो

इंसान है वह अपना खर्चा इस हिसाब से करता है कि मैं आज को देखूं आज मुझे जो जरूरत है वह पूरी करूं फ्यूचर गया तेल लेने

ठीक है फ्यूचर में पता नहीं क्या हो क्या नहीं हो जाता तब तक होते हैं जो आज की जरूरतों को पूरा कर लो अगर आपको कैंसर हो

गया तो आप यह छोड़ना सोचो कि कल के लिए पैसा बचाकर खून है वह आपको गया राज का इलाज कर लो ठीक है शॉर्ट टर्म हस गिवन ए

ग्रेटर इंर्पोटेंस इन थे लोंग टर्म इंटरप्राइजेज प्राइवेट शॉर्ट टर्म को ज्यादा इंपोर्टेंट है जाती है और लॉन्ग

टर्म को कम इन थे स्टेट गवर्नमेंट विड्रॉज इट्स ए पोर्शन आफ long-term प्रोडक्ट्स अमेज़न अधिक प्रोडक्ट के लिए सब्सक्राइब

कीजिए मोहम्मद अमीन मकसद फ्यूचर होता है कि एक ब्राइट फ्यूचर देना कंट्री ओर इंटरेस्ट बनाएंगे इसका फायदा आने वाले

टाइम पर होगा next day डिफरेंस इन थे ऑब्जेक्ट यह बहुत आसान है कि प्राइवेट फाइनेंस ऑलवेज सीम्स नॉट गेटिंग मैक्सिमम

प्रॉफिट बट पब्लिक प्लेस इन थे इंक्रीजिंग वेलफेयर जैसे डिपेंडिंग कंट्री अट सेंटर फॉर द इकनॉमिक प्रोस्टेट बेसिकली

इसमें यह है कि प्राइवेट करने से वह अपने प्रोफिट के लिए होता है और जो पब्लिक है से यह बेसिकली सोशल वेलफेयर को

इनक्रीज करने के लिए यह कंट्री को डिफरेंट करने के लिए या वह सारे ऐसे काम जिससे कि पूरे के पूरे कंट्री एस वेल एस

एब्रॉड ठीक है नेक्स्ट है डिफरेंस इन ऑर्गेनाइजेशन फाइनेंशियल सेट अप स्टेटस मच मोर एक्सपेंसिव डेट आफ इंडिविजुअल

का सेट अप वह बहुत बड़ा फैसला होता है पूरे कंट्री में पूरे कंट्री के विंडो सिस्टम होता है छोटे-छोटे कस्बों तक अगर

इतने जो एडमिनिस्ट्रेशन जो इतने में नहीं हो सकते ना देर फॉर स्पेशल टाइप आफ ऑर्गेनाइजेशन एस नीडेड फॉर इट्स

मैनेजमेंट सरकार के जो जगह-जगह पर फर्जी एडमिशन हुए उसको मैनेज करने के लिए सरकार को एक स्पेशल टाइप आफ ऑर्गेनाइजेशन

चाहिए द स्टेट हेड टो सेटअप सच डिपार्टमेंट दैट कैन उस थे पब्लिक प्रॉपर्टी तो सरकार विड्रॉ फ्रॉम वैरीयस टाइप के जो

है वह क्या कहते हैं एडमिनिस्ट्रेशन के ऑफिस होती है जिसकी वजह से क्या होता है जिसकी वजह से सरकार बेस लेवल तक

सब्सक्राइब कर सकें तो बेसिकली सरकार और वह बहुत दूर तक फैली हुई है और वह यहां पर और यहां पर यहां पर यहां पर प्रॉफिट

ऑर्गेनाइजेशन एडमिनिस्ट्रेशन सकती है जहां तक प्रोफ नैना मिले उन्हों ने तो ऑफिस को लाइक करें ठीक है नेक्स्ट आ जाता

है रिसोर्सेस लोकेशन लोकेशन ऑफ रिसोर्सेज इन प्रेसिडेंट अब स्किन मार्किट सब्सक्राइब मार्केट मार्केट डिमांड

सब्सक्राइब करें और सब्सक्राइब उसको मार्किट में छोड़ दिया सब्सक्राइब अब इसमें रिसोर्सेस लोकेशन कैसे करना है यह

सब्सक्राइब कर सकते हैं दूसरी पार्टी के अलग हो सके तो अपने बजट के अंदर डिसाइड करते हैं तो मैंने किस डिपार्टमेंट के

लिए क्या-क्या काम करने और उसी हिसाब से अपने रिश्तों को करते हैं क्विड हनी सिंह वैद्य अब इस नोट रिक्वेस्ट रिवेन्यू

फ्रॉम ऑल सोर्सेस एंड गेट मनी ऑनलाइन फ्रॉम सेंट्रल बैंक ऑफ कंट्री को पैसा चाहिए और के पास इतना ही नहीं हुआ और उसने

खर्चा करना है तो सरकार क्या करेगी सरकार जो भी कंट्री हेड बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ इंडिया उसको कि मुझे

पैसे चाहिए और और अगर के पास पैसा घला सेंट्रल बैंक कैन गिव लॉन्स टो कमेंट ओं करंसी नोट तो उसको तो आप इसको इस तरीके को

हम सिर्फ कहते हैं बट इंडिविजुअल कैन नॉट मीट प्रेसिडेंट विल नॉट चाहिए ठीक है और पब्लिक के पास होती है क्वांटम जाता

है बैंकरप्सी ठीक है अ पर्सन कैन गो बैक करप्ट मेरे पास सारा पैसा खत्म हो गया मेरी प्रॉपर्टी भी सब कुछ हो गया खत्म हो

गया मैं बैंक्विट हो सकता हूं इस लाइबिलिटी इसमें भी मोड ऑन इफ इट मेरी जो लाइबिलिटीज है वह ज्यादा हो सकती है कि प्ले

करता ज्यादा ले लिया और मेरे पास एसिड कम है तो मैं बैक-अप हो सकता हूं बटर स्टेट कैन नेवर गो बैनक्रॉफ्ट कोई भी स्टेट को

भी कमेंट कभी भी बैंक तरफ नहीं हो सकती देर इस नो लिमिट टू द लायबिलिटीज आफ स्टेट स्टेट की कोई लाइबिलिटी इसकी लिमिट

नहीं है और स्टेट के आसपास के भी कोई लिमिट नहीं है तो सरकार कभी भी बैंक प्राप्त नहीं होती है आई होप वीडियो आपको समझ आई

होगी अगर समझ चाहिए तो प्लीज लाइक शेयर एंड सब्सक्राइब और इस चैप्टर की सारी की सारी वीडियो आपको डिस्क्रिप्शन है मिल

जाएंगे टेक केयर बाय थे [संगीत] टॉर्च बंद [संगीत]

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