October 3, 2024
Apply for Bajaj Housing Finance IPO: Opens 9th September, Price Band ₹66-₹70 Per Share
 #Finance

Apply for Bajaj Housing Finance IPO: Opens 9th September, Price Band ₹66-₹70 Per Share #Finance


हाय एवरीवन मैं हूं शिल्पा दास और फाइव पैसा आईपीओ सीरीज में आपका स्वागत है इस वीडियो में हम बात करेंगे bajaj’s

आईपीओ एंड स्टॉक मार्केट न्यूज़ बजज हाउसिंग फाइंस लिमिटेड का आईपीओ 99 सितंबर 2024 को ओपन होने वाला है और 11 सितंबर 2024 को

क्लोज होने वाला है यह कंपनी एक नॉन डिपॉजिट टेकिंग हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है जो नेशनल हाउसिंग बैंक के साथ रजिस्टर्ड

है इस आईपीओ में ₹ 3560 करोड़ वर्थ के फ्रेश इशू और ₹ 33000 करोड़ के शेयर्स का ऑफर फॉर सेल शामिल होगा इस आईपीओ की प्राइस रेंज

₹ 666 से ₹ 770 पर शेयर होगी और लॉट साइज 214 शेयर्स का होगा अलॉटमेंट 12 सितंबर को फाइनलाइज होगी और यह आईपीओ टेंटेटिवली 16

सितंबर को बीएससी और एनएससी पर लिस्ट होने वाला है कोटक टैक्स सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड एसबीआई कैपिटल मार्केटस

लिमिटेड जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और आईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड इसके बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं जबकि केफिन

टेक्नोलॉजीज लिमिटेड इसके रजिस्ट्रार हैं इस इशू के ऑब्जेक्टिव्स की बात करें तो ऑब्जेक्टिव है कैपिटल बेस को

बढ़ाना ताकि कंपनी की फ्यूचर बिजनेस रिक्वायरमेंट्स फॉर ऑनवर्ड लैंडिंग को पूरा किया जा सके अब चलिए टेकिंग हाउसिंग

फाइनेंस कंपनी है जो 2015 से नेशनल हाउसिंग बैंक के साथ रजिस्टर्ड है और फाइनेंशियल ईयर 2018 से मॉर्गेज लोंस ऑफर कर रही है

यह कंपनी इंडिविजुअल्स और कॉरपोरेट क्लाइंट्स के लिए वाइड रेंज ऑफ फाइनेंशियल सॉल्यूशंस ऑफर करती है जो रेसिडेंशियल

और कमर्शियल प्रॉपर्टीज के परचेज और रिनोवेशन पर फोकस करता है इनके प्रोडक्ट स्वीट में होम लोन लोंस अगेंस्ट

प्रॉपर्टी लीज रेंटल डिस्काउंटिंग और डेवलपर फाइनेंसिंग इंक्लूडेड है इसके अलावा इनका मेन फोकस इंडि विजुअल रिटेल

हाउसिंग लोंस पर भी है और इसके साथ-साथ यह कमर्शियल और डेवलपर लोंस भी देते हैं जो सभी कस्टमर सेगमेंट्स के लिए अवेलेबल

हैं 31 मार्च 2024 तक बजज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड ने मर्केट सेक्टर में सिर्फ सात सालों में काफी ग्रोथ अचीव की है और

इंडिया में सबसे बड़ी नॉन डिपॉजिट टेकिंग एचएफसी बन गई है एसेट्स अंडर मैनेजमेंट के हिसाब से कंपनी का एएम 9170 मिलियन है

जिसके हिसाब से इंडिया की सेकंड लार्जेस्ट एचएफसी और एथ लार्जेस्ट एनबीएफसी यूल है फिस्कल 2024 के लिए बजज हाउसिंग

फाइंस इंडिया की सेकंड मोस्ट प्रॉफिटेबल एचएफसी भी है जिसमें स्ट्रांग रिटर्न्स ऑन एवरेज एसेट्स और इक्विटी रिपोर्ट

किए गए हैं कंपनी फिस्कल 2022 से 2024 तक वन ऑफ़ द फास्टेस्ट ग्रोइंग एचएफसी और एनबीएफसी यूआई में है एयूम कंपाउंड एनुअल

ग्रोथ रेट के हिसाब से बजज हाउसिंग फाइनेंस को इंडिया में सबसे डायवर्सिफाइड एचएफसी के रूप में जाना जाता है जो

मॉर्गेज प्रोडक्ट्स के एक्सटेंसिव रेंज ऑफर करती है और इनका फोकस प्राइम हाउसिंग और सैलरीड कस्टमर्स पर है और इनका

होम लोन पोर्टफोलियो हायर एवरेज टिकट साइजेस के साथ होता है के लिए हाईएस्ट पॉसिबल क्रेडिट रेटिंग्स है जो इनके

फाइनेंशियल स्टेबिलिटी को और स्ट्रेंथ करता है फिस्कल 2024 में बजज हाउसिंग फाइंस ने ₹ 46.6 बिलियन के लोन डिसबर्स किए जो

इन्हें इंडिया में सेकंड हाईएस्ट रैंक पर लाता है एचएफसी के बीच एडिशनल यह कंपनी एयूएम पर ब्रांच और एयूएम पर एंप्लॉई

के हिसाब से लार्ज एचएफसी में दूसरे नंबर पर है इनके पियर्स की बात करें तो इनके पियर्स हैं एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस

लिमिटेड पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड कैफिन होम्स लिमिटेड आधार हाउसिंग फाइनेंस आवाज फाइनेंशली एप्टस वैल्यू

हाउसिंग फाइनेंस और होम फर्स फाइनेंस अब चलिए इंडिया की हाउसिंग इंडस्ट्री के बारे में थोड़ा जान लेते हैं इंडियन

फाइनेंशियल सिस्टम में बैंक्स और नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनीज शामिल है बैंक्स का फाइनेंशियल सर्विसेस में

डोमिनेंस है लेकिन एनबीएफसी ने अपनी एक खास जगह बना ली है क्योंकि यह उन कस्टमर्स को सर्व करती है जो अंडर बैंक रीजंस

में है या जिनके पास ट्रेडिशनल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन के लिए क्रेडिट हिस्ट्री या प्रॉपर कोलेट रिकॉर्ड्स नहीं है

जनवरी 2021 में आरबीआई ने एनबीएफसी के लिए एक टाइटर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क प्रपोज किया था जिसमें एक फोर टियर स्ट्रक्चर

बनाया गया था और रेगुलेशन इंटेंसिटी को प्रोग्रेसिव इंक्रीज किया गया था इनपुट्स के आधार पर अक्टूबर 2021 में आरबीआई ने

एनबीएफसी के लिए एक रिवाइज रेगुलेटरी फ्रेमवर्क इंप्लीमेंट किया जो अक्टूबर 2022 से लागू है आरबीआई के स्केल बेस

रेगुलेशन फॉर एनबीएफसी फ्रेमवर्क के अनुसार एनबीएफसी का रेगुलेटरी और सुपर विशरी फ्रेमवर्क उनकी साइज एक्टिविटी और

पर्सीवड रिस्की नेस के आधार पर एक फोर लेयर्ड स्ट्रक्चर पर बेस्ड होना चाहिए बेस मिडिल अपर और टॉप लेयर्स बजज हाउसिंग

फाइनेंस अपर लेयर में आती है और आरबीआई की स्केल बेस रेगुलेशंस के अकॉर्डिंग अपर लेयर एनबीएफसी के लिए प्रोविजनिंग

नॉर्म्स बैंक के नॉर्म्स के साथ अलाइन किए गए हैं जो अक्टूबर 2022 से इफेक्टिव है टाइटर रेगुलेशंस के बावजूद एनबीएफसी ने

रेजिल दिखाई है और इंडिया के फाइनेंशियल इको सिस्टम में अपनी क्रुशल रोल को कंटिन्यू किया है जहां फिस्कल 2019 से 2024 के

बीच एनबीएफसी क्रेडिट एप्रोक्सीमेटली 11 पर के सीएजीआर से ग्रो किया है और फिस्कल 2024 के एंड तक एयूएम ₹1 ट्रिलियन तक

पहुंच गया है सिस्टमिक क्रेडिट ग्रोथ फिस्कल 2021 में 6.3 से इंप्रूव होकर फिस्कल 2022 में 10.3 तक पहुंची ओवरऑल एनबीएफसी

सेक्टर एक्सपेक्टेड है कि फिस्कल 2024 से 27 तक 15 टू 17 के सीएजीआर से ग्रो करेगा विद अ फोकस ऑन रिटेल और एमएसएमई लोंस

एनबीएफसी का शेयर सिस्टमिक क्रेडिट में फिस्कल 2008 के 12 से बढ़कर फिस्कल 24 में 20 तक पहुंच गया है और यह सेक्टर

एक्सपेक्टेड है कि अपना मार्केट शेयर कंटिन्यू करेगा ड्यू टू उनकी फ्लेक्सिबल टेक्नोलॉजी एडॉप्शन और स्ट्रांग

ग्रास रूट्स प्रेजेंस की वजह से एनबीएफसी फाइनेंशियल इंक्लूजन में एक वाइटल रोल प्ले करते हैं बाय सर्विंग रूरल

एरियाज इनफॉर्मल सेक्टर और कस्टमर्स बिना क्रेडिट हिस्ट्रीज के जो बैंक्स और दूसरे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस को

कंप्लीमेंट करते हैं चलिए अब बात करते हैं कंपनी के फाइनेंशियल्स की टोटल इनकम वाज रिपोर्टेड एट 76177 करोड़ फॉर

फाइनेंशियल यर 24 अगेंस्ट 56654 करोड़ इन फाइनेंशियल र 23 एंड 33767 13 करोड़ इन फाइनेंशियल र 22 अप बाय 3 4.46 इन व ईयर एंड अप बाय 10.22 इन 2

इयर्स पट वाज मार्क्ड एट 131.2 करोड़ फॉर फाइनेंशियल 24 अगेंस्ट ₹ 27.8 करोड़ इन फाइनेंशियल 23 एंड 9.62 करोड़ इन फाइनेंशियल 22 अप

बाय 37.6 4 इन 1 ईयर एंड 14.9 6 इन टू इयर्स एटा वाज रिपोर्टेड एट 8935 करोड़ फॉर फाइनेंशियल 24 अगेंस्ट 9447 करोड़ इन फाइनेंस 23 एंड 3149

करोड़ इन फाइनेंशियल 22 अप बाय 9.41 इन 1 ईयर एंड अप बाय 11.47 इन 2 इयर्स टोटल एसेट्स फॉर फाइनेंशियल 24 वर रिपोर्टेड एट 8182 7.09 करोड़

अगेंस्ट 6465 4.14 करोड़ इन फाइनेंशियल 23 एंड 48 5270 करोड़ इन फाइनेंशियल 22 अप बाय 26.5 6 इन 1 ईयर एंड 68.6 इन 2 इयर्स शेयर कैपिटल फॉर

फाइनेंशियल 24 वाज रिपोर्टेड एट 671121 करोड़ अगेंस्ट 671121 करोड़ इन फाइनेंशियल 23 एंड 488333 इन फाइनेंशियल र 22 स्टेबल फॉर वन ईयर

एंड अप बाय 37.4 फॉर सेकंड ईयर टोटल लायबिलिटीज फॉर फाइनेंशियल र 24 वर रिपोर्टेड एट 9129 32 करोड़ अगेंस्ट 5374 5.39 करोड़ इन

फाइनेंशियल 23 एंड 4492 32 करोड़ इन फाइनेंशियल 22 अप बाय 8.62 इन 1 ईयर एंड 66.6 इन 2 इयर्स अब चलिए कंपनी की कुछ स्ट्रेंस को देख लेते

हैं एस्टेब्लिश किया है पर्टिकुलर एयूएम ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी के टर्म्स में कंपनी मॉर्गेज लैंडिंग प्रोडक्ट्स

का एक कंप्रिहेंसिव रेंज ऑफर करती है और यह डायवर्सिफिकेशन उन्हें डिफरेंट कस्टमर सेगमेंट्स टारगेट करने में मदद

करती है बजज हाउसिंग फाइनेंस ने स्ट्रांग फाइनेंशियल मैट्रिक्स दिखाए हैं इंक्लूडिंग हाई रिटर्न ऑन एसेट्स और

इक्विटी साथ ही जीएनपीए और एनएनपीए रेश्योस इंडिया के लार्ज एचएफसी में सबसे लोएस्ट है कंपनी ने रैपिड ग्रोथ भी एकही

है जिसमें एयूएम का हाई कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट यानी कि सीएजीआर रिपोर्ट किया गया है बजज ग्रुप का हिस्सा होने के

नाते बजज हाउसिंग फाइनेंस को ब्रांड की स्ट्रांग रेपुटेशन और ट्रस्ट का फायदा भी मिलता है अब स्ट्रेंस के अलावा कई

रिस्क भी हैं चलिए उन्हें भी देख लेते हैं अगर कंपनी कोलेट वैल्यू या डिफॉल्टेड लोन से ड्यू अमाउंट्स टाइमली रिकव

नहीं कर पाते तो इससे बिजनेस और फाइनेंशियल कंडीशन पर नेगेटिव इंपैक्ट हो सकता है अगर ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग एसेट या

प्रोविजनिंग कवरेज को इफेक्टिवली मैनेज नहीं किया गया रेगुलेटरी चेंजेज आते हैं तो फाइनेंशियल कंडीशंस और ऑपरेशंस

के रिजल्ट्स पर एडवर्स इफेक्ट हो सकता है आरबीआई के रिक्वायरमेंट्स को कंप्ला नहीं करने से भी बिजनेस और फाइनेंशियल

कंडीशन पर सिग्निफिकेंट नेगेटिव इंपैक्ट हो सकता है इनका एयूएम चार स्टेट्स और यूनियन टेरिटरी ऑफ न्यू दिल्ली में

कंसंट्रेटेड है इन रीजंस में नेगेटिव डेवलपमेंट से बिजनेस और फाइनेंशियल कंडीशन को अफेक्ट कर सकती है डेट

फाइनेंसिंग कवनेंट्स को कंप्ला नहीं करने से भी बिजनेस और फाइनेंशियल कंडीशंस पर एडवर्स इंपैक्ट हो सकता है रियल

एस्टेट सेक्टर में डाउन टर्न या एडवर्स डेवलपमेंट से इंपेयरमेंट लॉसेस बढ़ सकते हैं और बिजनेस पर नेगेटिव इफेक्ट हो

सकता है साथ ही प्रॉपर्टीज के टाइटल में इश्यूज से भी बिजनेस को इंपैक्ट हो सकता है मैक्रो इकोनॉमिक फैक्टर्स जैसे

इंटरेस्ट रेट वोलेट से नेट इंटरेस्ट इनकम और फिक्स्ड इनकम पोर्टफोलियो वैल्यू डिक्लाइन हो सकती है जो

प्रॉफिटेबिलिटी और फाइनेंशियल कंडीशन को इफेक्ट कर सकता है तो ये था बजज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड का आईपीओ वी होप कि

इस वीडियो के जरिए आप को इस कंपनी से जुड़ी सारी इंपॉर्टेंट जानकारी मिल गई होगी और आप रिसर्च कर पाएंगे कि आपको इस

आईपीओ में इन्वेस्ट करना है या नहीं एंड आल्सो अब हम मिलते हैं अगले वीडियो में एक नए आईपीओ के साथ तब तक के लिए हमारे

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