November 15, 2024
Bajaj Finance Limited Business Analysis [in Hindi]
 #Finance

Bajaj Finance Limited Business Analysis [in Hindi] #Finance


यह वीडियो देखने वालों को नमस्ते आज हम बात करेंगे बजाज फाइनेंस के बारे में तो यह कंपनी जो है देश की एक बहुत ही

बड़ी जो है इन बीएससी कंपनी है आप सब ने जो है इसका नाम सुना ही होगा और इसका शेयर जो है इस समय अपने हाई से जो है सिक्सटी

परसेंट के करीब जो है गाउन है तो काफी ज्यादा जो है यह डाउन है अब इस समय हमें क्या करना चाहिए इसके बिजनेस को जो है हम

कैसे समझ सकते हैं क्या इसके रिस्क है उसको हम जानने की कोशिश करेंगे तो यह जो कंपनी है एक बहुत बड़ी वेल्थ क्रिएटर रही

थी 2011 में इस कंपनी के शेयर का भाव rs.55 था जो कि बड़ के 4800 रुपये हो गया 2019 में यानी कि एटी फाइव टाइम्स है रिटर्न जो है इस

कंपनी ने अपने इन्वेस्टर्स को दिया आर्ट साल में बहुत बड़ा जो है यह वेल्थ क्रिएशन हो जाता है कि यह एक डिपॉजिट टेकिंग

एंड ऐसी कंपनी है यानि कि आम लोगों से जो है यह पैसा डिपोजिट के फॉर्म में लेती है तो पब्लिक डिपॉजिट हो और पर डिपॉजिट हो

यह कंपनी जो है लेती है 2 इसकी सब्सिडियरी कंपनी है एक है बजाज हाउसिंग फाइनेंस जो कि घरों को फाइनेंस करने का काम करती

है दूसरी है बजाज फाइनेंसर सिक्योरिटीज यह एक कप ब्रोकिंग कंपनी है हालांकि इसका बिजनेस जो है अभी स्टार्ट नहीं हुआ

है अब जरा हम इसके बिजनेस को समझे तो कई सारे इसके बिजनेस के सेगमेंट हो जाते हैं तो सबसे बड़ा सेगमेंट जो इस कंपनी के

लिए सबसे ज्यादा कमाई करता है वह है कंज्यूमर लेंडिंग तो यहां से कंपनी जो है 39परसेंट जो है अपना प्रॉफिट बनाती है फिर

छोटी-छोटी जो बिजनेस मैन होते हैं उनको पैसा देती है तो उससे तेरह परसेंट के करीब इनकम है और रूरल लर्निंग से आठ परसेंट

है कमर्शियल लैंडिंग से चार परसेंट है और मॉर्गेज सैनी रिंगटोन वाला जो काम है उससे 29 पर सेंट तो यहां जो मेन बिजनेस है

सबसे ज्यादा खन इन वाला है वह है कंज्यूमर लेंडिंग का और उसके बाद जो है हाउसिंग फाइनेंस मोर ग्रेट को वगैरह का एक

दूसरी कंपनी है बजाज फींसर्व जिसके अंदर आती है बजाज इंश्योरेंस तो वह इंश्योरेंस भेजने का काम भी यह लोग करते हैं तो

वहां से भी इनको जो है कुछ कमीशन के फॉर्म में आ रही होती है तो यह जो कंपनी है इसकी लोन ग्रोथ जो है वह काफी ज्यादा हाई

रही है लगभग 60 पर सेंट सीएजीआर से जो है पिछले पांच साल में जो है कंपनी गांव की है तो यह एक बहुत ही शुरू हो जाती है इजी

ग्रोथ नहीं होती लेकिन इस कंपनी ने जो है इसको करके दिखाया है अब इसका जो हमने बिजनेस देखा है जहां से सबसे ज्यादा

अर्निंग हो रही है जो कि कंज्यूमर लेंडिंग है वह बड़ा इंट्रस्टिंग बिजनस है अब आपने कई जगह जब आप शॉपिंग करते होंगे तो

आपने देखा होगा जीरो परसेंट फाइनेंस आपने दुकानों पर देखा होगा जब आप और क्विक शॉपिंग करते हैं तो अभी आपने जीरो

परसेंट यह हमारी वगैरह के ऑप्शन आपने देखे होंगे तो यह कंपनी जो है यही फाइनेंस करती है करती थी वह सामने वाले को लगता

है कि जीरो परसेंट पर है पर यह जीरो परसेंट वाली चीज ही कंपनी 12 से सोलह परसेंट जो है कमाई कर लेती है यह ही बड़ी

इंट्रेस्टिंग बात है इस कंपनी के बिजनेस की तो कैसे कर लेती है उसको जरा समझ लें तो कंपनी जो है एक्चुअल में क्या करती

है इसके कई सारी सामान बेचने वाली कंपनियों से Store से टाइप होता है तो उनको जो है इजी लिए इसीलिए कस्टमर जो है अवेलेबल

कराने का जो है यह काम करती है और इसके बदले में जो है उन कंपनियों से जो है उसको कमीशन मिलती है तो यही जो है वह कमीशन जो

है वहीं उस कंपनी की हार नहीं होती है तो कस्टमर को भले ही जीरो परसेंट लग रहा हो कंपनी पूरा पैसा दे रही है लेकिन कंपनी

को जो प्रोडक्ट बनाने वाले हैं जो रिंग लुटेरे वहां से कंपनी को बड़ी कमीशन मिलती है तो इसको जरा हम समझे जैसे कि कोई

कस्टमर आता है वह लो एक का फोन खरीदना चाहता है और उसके पास इस समय जो है पैसे नहीं है फोन खरीदने के लिए लेकिन वहां उसको

दिखता है जीरो परसेंट पर फाइनेंस मिल रहा है तो वह जाकर वह फोन खरीद लेता तो मान लेते कि फोन की कीमत जो है वह rs.10000 है अब

किसी भी कंपनी का फोन है लेट से किए नोकिया का फोन है तो यहां क्योंकि वह कस्टमर अभी खरीदने की पोजीशन में नहीं है तो

बजाज फाइनेंस आती है और कहती है कि कस्टमर से यह पैसा मैं दे रहा हूं और आप फोन ले लीजिए अब बदले में कंपनी का फायदा यह ओर

है कि इसको जो है सीधा रेडीमेड कस्टमर मिल रहा है अब इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट जो है ऐसे प्रोडक्ट होते हैं जो हर कंपनी

चाहती है कि जल्दी से जल्दी बिक जाए क्योंकि वह बहुत जल्दी उनकी टेक्नो लिया है डेट होती है तो मानकर चलिए अगर नोकिया

इस 10,000 के फोन में 2000 कम आती है हैं और अगर वह 2000 कमाती है खुद पूरा बेचकर लेकिन बीच में बजाज फाइनेंस जैसे इन्वॉल्व हो जाते

हैं तो ₹1000 जो है वह कमीशन उसको बर्थडे की तो बड़ी कमीशन जो हेयर की जाती है अब यहां से नोकिया का फायदा यह होगा कि उसका

प्रोडक्ट इम्मीडिएटली बिक रहा है साथ में जो है उसको हजार रुपए कमाने का मौका भी मिल रहा है यही अगर सोचती कंपनी के अगर

हम ऐसे ना भेजें डायरेक्ट पूरे पैसे के साथ बेचे तो कंपनी के पास यह मौका चला जाता और शायद जो इतने में वह यूनिट को सेल

नहीं कर पाती और वह क्योंकि टेक्नोलॉजी बड़ी जल्दी अपडेट होती है तो ज्यादा ही लंबा समय जो है कि कोई भी कंपनी अपने

प्रोडक्ट को लंबा रखना नहीं चाहती यही जो है बजाज का फायदा होता है यहां हमने एग्जांपल देखा कि 10,000 कि चीन में दस परसेंट

कंपनी का सीधा फायदा हो रहा है अब कस्टमर्स को जो है यह जीरो परसेंट तो देते हैं पर इसमें दो से तीन परसेंट की जो है यह

प्रोसेसिंग फीस के नाम पर कुछ ना कुछ जो है वह जोड़ी देते हैं ट्रैक्टर में यह जो है यहां पर जी को भी जोड़ कर देख लें तो 13

14 पर सेंट जो है यहां पर इनकम जो है कंपनी की बन जाती है तो यह इसका बिजनेस मॉडल है बड़ा अच्छा मॉडल है सामने वाले को लगता

है कि उसको एक्स्ट्रा नहीं देना लेकिन फिर भी जो है कंपनी यहां पर कमा रही होती है अब यहां पर और बड़ा फायदा कंपनी का

होता है वह यह कि कंपनी को बहुत सारा डाटा मिल जाता है कस्टमर्स का अब किसी एक आदमी ने जाकर फोन खरीदा तो उसका पूरा डाटा

जो है कंपनी के पास आ गया अब भले ही उसने फोन किया है लेकिन 50 तरह की ओर चीज है जो है कंपनी उस डेटा का इस्तेमाल करके बेच

सकती है तो यह कंपनी ने फोन भेजा है कुछ कमा या फिर प्रोसेसिंग फीस में कुछ कमाया और जो डाटा मिला इस डाटा से कंपनी करती

है क्रॉस सैलिंग और यहां से जो है कंपनी बड़ा पैसा बनाती है यह कंपनी जो है बहुत कांप्लेक्स डाटा एनालिटिक्स करती है

बहुत सारी टेक्नोलॉजी का यूज करती है कस्टमर के बिहेवियर को स्टडी करती है उसकी पूरी जांच पड़ताल जो है इन व क्वेश्चन

करती है उससे जो है वह उसके इंटरेस्ट को समझने की कोशिश करती है और उसके हिसाब से जो है कस्टमर को ऑटोमेटिक जो है मेल

भेजे जाते हैं sms भेजे जाते हैं नए-नए ऑफर के लिए और जब कस्टमर्स है उन सारी चीजों को लेता है तो यह जो है कंपनी को और

ज्यादा इनकम मिलती है साथ में कंपनी पेनल्टी फिर भी चार्ज करती है बड़ी मोटी सी कि अगर कोई किसी कारण से टाइम लिए माई

नहीं दे पाया तो बाद में उस पर पांच दस परसेंट 20 पर सेंट की पेनल्टी लगा दी जाती है यह कंपनी के लिए और बड़ी इनकम करने का

काम करता है तो बजाज फाइनेंस बैंक Vaseline जो है करती है कई सारी चीजों की जैसे कि होम लोन भेज दिया अब या इंश्योरेंस भेज

दिया या बिजनेस लोन भेज दिया अब टाइट तो कंपनी ने एक छोटे से प्रोडक्ट के साथ किया था जैसे फोन लेकिन बाद में जब उसको होम

लोन बेचती है बे दिन छोड़ेंगे देती है तो और ज्यादा बड़ी कमी होने लगती है इस समय कंपनी के 3.8 करोड़ कस्टमर है जो कि बहुत

बड़ा फिगर हो जाता है बा दूसरी कंपनियां के आस पास भी नहीं फटकते हैं 59% कंपनी का जो रेवेन्यू आता है वह एक्जिस्टिंग

कस्टमर्स जाता है तो इस बात से हम यह समझ सकते हैं कि कंपनी का जो डाटा एनालिटिक्स और क्रॉस साइन वाला काम है वह बड़ा

जबरदस्त चल रहा है तभी तो जो है उन एक्जिस्टिंग कस्टमर्स से जो है और ज्यादा पैसा कमा लिया जाता है जो कि हर कंपनी नहीं

कर पाती तो बहुत बड़ी जो है यह बात कंपनी के लिए हो जाती है अब जरा कुछ स्पेशल होना चाहिए कंपनी के पास जो कि दूसरे कॉपी

ना कर पाएं तो कि अगर कोई स्ट्रैटेजी ऐसी है बड़ी सिंपल है कि हर कोई कॉपी कर ले तो फिर बिजनेस वह चल नहीं पाता है तो यह

कुछ स्पेशल फैक्टर जो है कंपनी के साथ हो जाते हैं तो कंपनी जब देखती है कि कस्टमर ने उससे कोई प्रोडक्ट लिया जैसे फोन

हमारे एग्जांपल में टाइम टू टाइम कंपनी ने कस्टमर ने जो है बिल्कुल पेमेंट कर दिया तो इससे कंपनी को क्या पता चल गया कि

यह जो कस्टमर है यह लॉयल कस्टमर है ईमानदार कस्टमर है यह सही समय पर पेमेंट कर रहा है इससे कंपनी को पता चल जाए कि यह जो

है गुड कस्टमर अब इस गुड कस्टमर को नई चीज भेजी जाएगी और वह थोड़े से हायर अमाउंट की होगी जैसे एग्जांपल के तौर पर इस

कंपनी को इस कस्टमर को जाओ है जाकर इंश्योरेंस भेज दिया जाएगा इंश्योरेंस उसको भेज देंगे फैमिली मेंबर किसी को भी वे

यहां पर भी टाइमली पेमेंट हो रहा है तो कंपनी जो है समझ जाती है कि और रेटिंग है इस कस्टमर की अच्छी है लॉयल्टीज है वह

कंफर्म हो जाती है अब यहां से और बढ़ा लोन जो है और चीजें जो है दे दी जाती है जैसे कि होम लोन दे दिया को छोड़ दिया ट्यून

एक कस्टमर को जो है कई सारी चीजें जो है वह भेज दी जाती है तो यह कुछ ऐसा है कि अगर आप हम किसी दुकान पर बीस रुपए का

टूथब्रश लेने गए हैं और वह कस्टमर जो है हम इस तरह की बातों में उलझाता है तो हम जाकर बीस रुपए के टूथपेस्ट के साथ जो है

दोस्तों पांचवा का और सामान लेकर जाते हैं तो वह जिस तरह का काम जो है यह कंपनी कर देती है कि अब क्योंकि कष्ट Company को पता

है कितने सारे कस्टमर जो है वह अच्छी कैटेगिरी के हैं अच्छा सिबिल स्कोर वाले हैं उन्हीं को वह दे रही है तो इससे कंपनी

के एनपीए जो है वह कम रहते हैं तो अ लिए दो परसेंट के नीचे ही स्कैन यह यूजुअली रहते हैं तो यह भी जो है एक बहुत अच्छी बात

है और कस्टमर एक्सपोजिशन भी कंपनी का बड़ा सस्ता है तो जहां दूसरे लोगों को जो है बड़ा मोटा पैसा खर्च करना पड़ता है नए

कस्टमर एक्वायर करने में यह कंपनी को नहीं करना है तो यह इसके लिए मोट वाला फैक्टर हो जाता है अब एक मोड ऑफ एक्टर और यह

जाता है कि कंपनी जो पैसा रेस करती है वह भी सस्ते में रेस कर लेती है अपने स्पीकर्स के मुकाबले तो यह जो कंपनी पैसा

बांटती है लोगों को फाइनेंस के फॉर्म में जब वह फोन खरीद रहे हैं कुछ और खरीद रहे हैं तो वह पैसा भी कंपनी के पास होता है

चाहिए तो वह पैसा कहां से आता है तो वह पैसा कंपनी उठाती है कमर्शियल पेपर से फिक्स डिपॉजिट से एमसीडी से इन सारी चीजों

के मध्य यह कंपनी जो है वह पैसा जुटाती है तो यह एक टैक्स क्रेडिट सूखी रिपोर्ट है उसके साथ अगर हम देखें तो यहां बजाज

फाइनेंस का जो कॉस्ट है यह जो ग्रीन वाली डॉटेड लाइन है उसको देख सकते हैं आप बजाज फाइनेंस का जो कॉस्ट है वह Bigg Boss थे वह

काफी कम है लगभग सबसे लास्ट सबसे नीचे अब यह सबसे नीचे क्यों है तो कारण वही है कि कंपनी की ब्रांड वैल्यू कंपनी की

रेपुटेशन जो है इतनी ज्यादा अच्छी है कि कंपनी थोड़े कम इंटरेस्ट पर भी कोई कमर्शियल पेपर FD वगैरह लेकर आती है तो

कस्टमर जो है मीठी जो है म्यूचुअल फंड है वह खुशी से उसको इजीलि लेते हैं और कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड बहुत बढ़िया रहा है

इजीली टाइम टू टाइम पेमेंट करने का तो नया पैसा रेस करने में उसको प्रॉब्लम नहीं होती है इसी को हम कंपेयर करें दूसरी

कंपनियां जिस तरह के बिजनेस में है जीएम फाइनेंस सेलेस्ट चोलामंडलम है आईडीएफसी एडवाइजर तो इनका आप देखिए तो इनके कवच

हेल्प परपस का रेट जो है है यानी इनको पैसारे अपने के लिए जो है ज्यादा हाई इंटरेस्ट वह अ करना पड़ता है जो कि बजाज को

नहीं करना पड़ता है तो यह एक और जो है मोंठ वाला फैक्टर जो है कंपनी के लिए हो जाता है अब समझे हम अरे स्क्वायर पार्ट को

तो रिस्क पर बिजनेस में होता है फाइनेंस वाले में इसको आप पैसा दे रहे हो वह पैसा वापिस चुकाया नहीं चुकाएगा पीकर रिस्क

होता है तो उस रस को कैसे कम करती थी अपनी व हमने समझा है इसके अलावा कंपनी बहुत बड़ा इन्वेस्टमेंट करती है डाटा

एनालिटिक्स में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस जैसी टेक्नोलॉजी में और यह इतना हाई इनवेस्टमेंट है कि कोई और नहीं करता है तो

इसका फायदा कंपनी को यह मिलता है कि कंपनी बहुत क्वालिटी के कस्टमर जो है जो पोटेंशियल कस्टमर हमको इजीली ढूंढ पाती है

तो कंपनी इस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस डाटा इलेक्ट्रिक जैसी टेक्निक का इस्तेमाल करती है सामने वाले का क्रेडिट

हिस्ट्री को स्टडी करती है उसकी एक उसके इनकम लेवल को पेमेंट को उसके बिहेवियर को कि वह सारी चीजों को स्टडी करती है इन

सबको कंबाइन करके जो है जो है decision-making का जो पार्ट होता है वह ऑटोमेटिक होता है तो इनको कोई आदमी नहीं बैठा होता है यह सब

जांच करने के लिए कि सामने वाले आदमी को हमें फाइनेंस देना चाहिए कि नहीं देना चाहिए वह पूरा काम जो है टेक्नोलॉजी इन

के लिए करके देती है और विदीन मिनिट्स में जो है अब जो भी स्टोर है जो भी ऑनलाइन वेबसाइट है जो भी जहां भी कस्टमर

परचेसिंग करना चाहता है तो वे दिन मैंने इसमें जो है यह सामने आ जाता है कि इसको जो है वो फाइनेंस जो है देना चाहिए कि

नहीं देना चाहिए तो यही जो है इस कंपनी की बड़ी खास बात है बहुत बड़ा इन्वेस्टमेंट जो है यहां पर वह करती है अब जो शेयर

का प्राइस घिरा हुआ है 48 से गिर के अभी 90 पर है उसके पीछे भी कुछ कारण होगा ऐसे ही नहीं होगा तो कारण यह है कि अभी आरबीआई ने

जो है दो अगस्त तक के लिए जो है यह माई यह माय है यह अपने को जो है डिलीवरी ऐड करने का जो है ग्राहक को एक ऑप्शन दे दिया है

तो इससे क्या होगा कि इतने समय तक जो है कंपनी की अ रनिंग अफेक्टेड रहेंगी दूसरा क्वेश्चन अ बिया माई तो इफेक्टिव हो गई

इनकमिंग तो इफेक्टिव हो गई लेकिन जो पैसा कंपनी ने रेस किया है FD से एडवेंचर से कॉमर्शियल पेपर से उस पर तो कंपनी को

पेमेंट करना ही करना है और टाइमली करना है तो यहां मुसीबत शुरू हो जाती है नहीं कि जिससे लेना है वह मिलेगा नहीं लेकिन

जिसको देना है वह तो टाइम पर देना है यह प्रॉब्लम शुरू हो जाती है अब क्योंकि कुं पूरे करो ना ने जो है सबके बिजनेस को

खराब किया है हम सब की अर्निंग्स पर बुरा असर डाला है तो ऐसे माहौल में एनपीए जो है बढ़ सकते हैं तो एनपीए बढ़ेंगे

क्योंकि कस्टमर कि अब जो रिपेयरिंग कैपेसिटी है वह सब चीज जो है वह कम हो रही होगी और साथ में क्योंकि सबके बिजनेस है

अफेक्टेड है लॉगआउट चल रहा है तो नई खरीदारी भी बहुत कम हो रही है तो नए कस्टमर भी कंपनी के समय नहीं पड़ रहा है है तो यही

कारण है कि क्यों इस समय जो है यह शेयर का भाव जो है आपको इतना जो है सस्ता इस समय मिल रहा है तो यह रहिए आज की बात बजाज

फाइनेंस के बारे में वीडियो आपको कैसा लगा है वह कमेंट में बताइए अच्छा लगा है तो लाइक शेयर सबस्क्राइब कर दीजिए कोई और

कंपनी के बारे में आप जानना चाहते हैं तो कमेंट में नाम उसका डालिए तो आने वाले वीडियो में हम उस पर जो है डिस्कशन

करेंगे अभी के लिए इतना ही थैंक यू जी

Now that you’re fully informed, watch this insightful video on Bajaj Finance Limited Business Analysis [in Hindi].
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