हे व्हाट्स अप गाइज वेलकम टू आवर youtube1 तो यहां पर अगर हम लोग बात करें j फाइनेंशियल सर्विसेस के जो है नॉन
एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और जो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर है केवी कामत इनकी तरफ से जो है एनबीएफसी सेक्टर को लेकर या फिर आप
कह सकते हो बैंकिंग सेक्टर को लेकर कुछ जो है कमेंट आए हैं और काफी पॉजिटिव आए हैं अगर आप देखोगे तो यहां पर इन्होंने
कहा है कि बिजनेस स्टैंडर्ड का आर्टिकल है नो सिस्टमिक रिस्क इन बैंकिंग सेक्टर ओके अब जिओ फाइनेंशियल सर्विसेस के
बारे में बात करें तो ये एज अ एनबीएफसी लिस्ट हुई है मल्टीपल बिजनेस के अंदर एंटर कर चुकी है अभी जो है इनको जो है एएमसी
का भी लाइसेंस मिल गया है स्टॉक ब्रोकिंग के लाइसेंस के लिए भी अप्लाई किया इन्होंने और यह जो है आने वाले टाइम के अंदर
जो है ये बेसिकली जो है इस तरीके से बिजनेस करेगी जैसे जो है जरोदा और अप स्टॉक्स करते हैं म्यूचुअल फंड वगैरह भी
बेचेगी लोगों को पैसों को मैनेज भी करेगी और इसके लिए जो है इन्होंने जो है दो कंपनी भी बना दी है और आज उसमें जो है 50 % की
जो है इन्वेस्टमेंट भी करके रखी है अब इन्होंने जो है ओवरऑल पूरे बैंकिंग सेक्टर पर जो है क्या बातें कही है उसका जो है
है उसके बारे में बात करेंगे सबसे पहले देखेंगे तो देयर इज नो रीजन टू एंटीसिपेट एनी सिस्टमैटिक रिस्क इन दी इंडियन
बैंकिंग सेक्टर अब बेसिकली बैंकिंग सेट सेक्टर के बारे में बात करें तो यहां पर उनकी तरफ से कोई भी ऐसा जो है सिस्टमिक
रिस्क नहीं है बैंक अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं इनफैक्ट जो है बैंकिंग के बारे में बात कर अब जिओ फाइनेंशियल सर्विसेस
क्या है वो एनबीएफसी है बैंक की तरह काम करेगी भाई पूरी तरह जो है बैंक की तरह काम करेगी बस जो है ये एज अ रजिस्टर्ड हुई
है नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कॉरपोरेशन के हिसाब से ओके तो यहां पर ये ऐसे हुए विथ बैंक्स अपीयरिंग हेल्थियन एवर सेड
केवी कामत इंडिपेंडेंट डायरेक्टर एंड नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन ऑफ जिओ फाइनेंशियल सर्विसेस तो यहां पर इनके हिसाब
से जो है बैंकिंग बैंकिंग सेक्टर सेक्टर के अंदर कोई सिस्टमिक रिस्क नहीं है काफी अच्छा परफॉर्म कर रहा है इन हिज फायर
साइड चैट विद तमल बद उपाध्याय कमत कामत नंद लेस एमफसा इज दैट द सिस्टमिक क्सस शोन बाय द रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया इज
एंटायस इन्होंने बताया कि भाई साहब जो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से जो कॉशस जो चेतावनी भरती गई है वो कहीं ना कहीं
एक हद तक बहुत जरूरी भी थी क्योंकि देखो पिछले कुछ टाइम से क्या हो गया था कि भाई जो जो बहुत सारा बहुत सारे लोग मतलब जो
बैंक्स हैं या फिर हम लोग बात करें एनबीएफसी है वो अनसिक्योर्ड लोन बहुत बड़े लेवल पर दे रहे थे बहुत बड़े लेवल पर दे
रहे थे और आरबीआई ने उसी चीज के ऊपर प्रेशराइज किया कि भाई नहीं बैंकिंग सिस्टम मतलब थोड़ा मतलब थोड़ा बहुत जो है उनको
जो है मेंटेन करना है ओके अनसिक्योर्ड लोन को उतना ज्यादा हद तक जो है नहीं मतलब देना है थोड़ा और क्योंकि बहुत टाइम
ऐसा हो गया कि भाई आज के टाइम में लोन लेना है ना बहुत सारे चाइनीज ऐप ऐसे हैं जो क्या कर रहे हैं भाई आप जो है थोड़ा सा
अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो एक काम करो 20 25 हज का लोन चाहिए हां ले जाओ एक क्लिक पर मिल जाता था लेकिन वो चीज कहीं
ना कहीं आरबीआई ने उसके ऊपर काफी प्रेशर डाला है काफी चीजें हद तक सुधारी है हाइलाइटिंग द स्ट्रांग हेल्थ ऑफ इंडियन
बैंक्स कामत पॉइंटेड टू दी टॉप फोर बैंक्स रिपोर्टिंग रिटर्न ऑन इक्विटी ऑफ 16 टू 20 पर इन द लास्ट क्वार्टर पिछले एक
पिछले तिमाही में देखोगे तो चार जो टॉप बैंक हैं उनका जो रिटर्न ऑन इक्विटी था वो लगभग 16 से 20 पर तक का है ये इन्होंने
बताया तो भाई बैंकिंग सिस्टर के ऊपर कोई भी प्रेशर नहीं है यहां पर जो है जितने भी बैंकिंग सेक्टर हैं उन वो काफी अच्छा
परफॉर्म कर रहे हैं और यहां पर उसका जो इंपैक्ट है क्योंकि एनबीएफसी जिओ फाइनेंशियल सर्विसेस भी एज अ समझ लो कि एक एक
तरह की बैंक ही है ओके लेवल प्रीवियसली अनहेल्ड ऑफ ही मेंटेन दैट द इंडियन बैंकिंग सिस्टम इज अ करेंटली बेटर पोजीशन दन
इट हैज बीन इन दी पास्ट 50 ईयर पिछले 50 सालों में जैसा था बैंक ब का बैंकिंग सिस्टम का हालत उसके उससे कई गुना अच्छी है अभी
के टाइम प इंडियन बैंकिंग सिस्टम की हालत दूसरी जो चीज एक्सप्लेन दैट लैंडिंग एक्टिविटी गोज थ्रू साइकल्स एंड द पेन
इज इनटेबन एट सम पॉइंट कामत नोटे दैट नो सच पेन इज रिफ्लेक्टेड इन द करंट क्वार्टर नंबर्स ओके तो यहां पर जो है कुछ टाइम
ऐसा होता है कि भाई जो जो लोन होता है ना जो लेंडिंग एक्टिविटीज है वो कभी-कभी बहुत तकलीफ भी देती है क् लोन वगैरह मिलता
नहीं है कुछ रिस्ट्रिक्शन वगैरह भी होते हैं उस लेकिन इस क्वार्टर में जो है ऐसा कुछ प्रॉब्लम नहीं हुआ और अगर हम लोग
बात करें म्यूचुअल फंड हाउसेस के बारे में तो वहां पर जो है उनका सबसे ज्यादा जो पैसा होता है ना फाइनेंस सेक्टर के
अंदर डाला जाता है फाइनेंस के अंदर वो सबसे ज्यादा पैसा पंप करते हैं ही एडेड दैट ही डिड नॉट सी एनी चेंजेज इन द बैंकिंग
सेक्टर साइकल एट द प्रेजेंट तो यहां पर उनके हिसाब से बैंकिंग सेक्टर साइकिल के अंदर कोई भी चेंज नहीं हुआ कामत मेड दीज
कमेंट्स इन रिस्पांस टू अ क्वेश्चन फ्रॉम बंदोपाध्याय अबाउट वेदर द स्ट्रेस रिलेटेड टू अनसिक्योर्ड लेंडिंग वाज
कन्फाइंड टू द नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनीज सेक्टर और हैड आल्सो इंपैक्टेड अ ब्रॉडर बैंकिंग सेक्टर ओके तो यहां पर
जो अनसिक्योर्ड लैंडिंग है क्या उसके हिसाब से जो है उसका जो इंपैक्ट है क्योंकि अनसिक्योर्ड लोन के बारे में क्या
होता है कि भाई साहब वहां पर कोई चीजें गिर हुई नहीं होती कोई गारंटर नहीं होता है अगर मान लो कि भाई घर लेना है घर की घर
एक सिक्योर्ड लोन हो गया क्यों क्योंकि कल के दिन अगर मान लो कि आप पैसे नहीं भरते हो तो बैंक जो है ले वो होम लोन वाला तो
घर थोड़ी लेके भाग जाएगा वो घर तो उसका वही रहेगा ना बैंक क्या करेगी उस घर को बेचेगी अपना पैसा वसूल कर लेगी लेकिन जो
अनसिक्योर्ड लोन है वो कहीं ना कहीं बहुत स्ट्रेस जो है क्रिएट करता है कि भाई अगर कल के दिन वो भाग गया तो उसको कहां
ढूंढेंगे उसके डॉक्यूमेंट का क्या करेंगे हम लोग ओके ऐसा होता भी जो अनसिक्योर्ड लोन होते हैं वो ज्यादातर डूबते ही
है ओके अब उसका जो इंपैक्ट है देखोगे तो यहां पर बहुत क्या उनके हिसाब से एक ब्रॉडर इंपैक्ट पड़ा है बहुत बड़ा इंपैक्ट
पड़ा है बैंकिंग सेक्टर पर तो उसको लेकर देखो यहां पर क्या बताया कि एड्रेस द हेल्थ ऑफ द एनबीएफसी सेक्टर कामत ऑब्जर्व
साइन ऑफ ये एनबीएफसी सेक्टर के बारे में बात हो रही है जो बजज फाइनेंस जैसे हो गया फिर अगर हम लोग बात करें बजज हाउसिंग
फाइनेंस ये भी जो है एनबीएफसी एज अ काम करती है भाई बैंक नहीं है लेकिन लोन वगैरह प्रोवाइड करती है जि फाइनेंशियल
सर्विसेस के बारे में बात करें तो ये भी जो है अभी के टाइम पे पहले तो ये अनसिक्योर्ड लोन के अंदर एंटर किया था इन्होंने
कि गोल्ड के ऊपर लोन देंगे घर के ऊपर लोन देंगे भाई म्यूचुअल फंड के ऊपर लोन देंगे लेकिन अब ये जो है कुछ अनसिक्योर्ड
लोन के ऊपर भी जो अनसिक्योर्ड लोन भी इन्होंने इंट्रोड्यूस किया है तो यहां पर इन्होंने बताया कि पिरामिड फॉर्मिंग जो
अनसिक्योर्ड लोन है ना उसकी पिरामिड फॉर्मिंग विथ मेनी बर्स टेकिंग मल्टीपल लोंस ऑफ्टन टू रिपे अर्लिया बोरोंग ओके
वाइल स्टिल सीकिंग एडिशनल क क्रेडिट कहने का मतलब कि भाई एक तरी से पिरामिड बनता जाता आता है क्यों क्योंकि जो जो
एजिस्टिफाई अब इसमें क्या होता है कि इसमें ज्यादातर पॉसिबिलिटी होती है डिफॉल्ट होने की डिफॉल्ट मतलब कि भाई अगर मान
लो कि एक के ऊपर एक के ऊपर एक लोन लेते जाओगे तो कोई नाना कोई तो लोन छूटेगा ना कोई ना कोई लोन में तो हाथ खड़ कर दोगे भाई
ये नहीं हो रहा है ओके लेकिन उस केस को कुछ केसों में वहां पर क्या होती है एनबीएफसी या फिर बैंक जो है पेनल्टी लगाकर
अपना पैसा वसूल कर लेती है और कुछ केस में जो है बैंक का पैसा डूब जाता है या फिर एनबीएफसी का पैसा डूब जाता है ओके कामथ
नोटे दैट फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी फर्म्स आर लेंडिंग इवन टू बर्स जो नई न जो मैंने आपको बताया था जो नए-नए एप्लीकेशन आते
हैं जो नए फिनटेक कंपनीज होती हैं बाई चाइनीज कंपनी वो क्या करते थ भाई जो बर्स होते हैं जो लोन लेने वाले थे उनको बहुत
कम क्रेडिट स्कोर पर लोन दे देती है अब कम क्रेडिट स्कोर किनका होता है जिनकी इनकम अच्छी नहीं होती जिनका लोन पीछे
पिछला वाला लोन प्रॉपर तरीके से क्लियर नहीं किया होता तो उनका जो क्रेडिट स्कोर है बहुत कम होता है तो नई फिटेक कंपनी
जो है 500 550 के लेवल क्रेडिट स्कोर पर ही लोन दे देती है लेकिन अगर हम लोग बात करें जो ट्रेडिशनल बैंकिंग सिस्टम होता है
ट्रेडिशनल बैंक होते हैं जैसे एसबीआई हो गया बैंक ऑफ बरोडा हो गया इनका जो लेन लोन देने का प्रोसेस है ना वो लगभग जो है
जब तक कि किसी का क्रेडिट स्कोर जो है 700 750 के ऊपर नहीं जाता तब तक यह लोन नहीं देते तो इस यहां पर जो है थोड़ा कंपटीशन तो
जरूर है लेकिन फिर भी जो है बैंकिंग सिस्टम या फिर एनबीएफसी सेक्टर ने काफी अच्छा परफॉर्म किया यहां पर इन्होंने केवी
कामत नहीं बताया व्हेन आस्ड अबाउट पोटेंशियल स्ट्रक्चर चेंज इन इंडियाज फाइनेंशियल लैंडस्केप कामत एग्रीड दैट इट इट
वाज अंडरवे डिस्क्राइबिंग इट हैज अ स्लो शिफ्ट तो यहां पर जो स्ट्रक्चर पोटेंशियल स्ट्रक्चर जो फाइनेंसियल
लैंडस्केप को लेकर जो है वो था स्ट्रक्चर वो अभी भी जो है कहीं ना कहीं धीमी गति से बढ़ रहा है इतना प्रॉपर चेंजेज नहीं
आया है एक्सप्लेन दैट इंक्रीज एक्सेस टू फाइनेंशियल प्रोडक्ट ये जो अभी के टाइम में जो टेक्नोलॉजी आई अगर हम लोग बात
करें यहां पर अभी के टाइम में मोबाइल में सारे एप्लीकेशन है तो यहां पर जो एसआईपी के थ्रू आप जो है किसी भी ब मतलब किसी
भी इन्वेस्टमेंट म्यूचुअल फंड के अंदर इन्वेस्टमेंट कर सकते हो तो वही चीज है कि भाई इस लीड टू अ फाइनेंशलाइजेशन ऑफ
सेविंग्स अ ट्रेंड दैट वाज नॉट सीन इन अर्लिया तो यहां पर जो है ये जो ट्रेंड है अभी के टाइम प पिछले कुछ टाइम से बढ़ा है
और यह पहले नहीं देखा गया था ये अभी जो है सारी चीजें होनी कि भाई लोग जो है क्लिक करके म्यूचुअल फंड के अंदर
इन्वेस्टमेंट कर दे रहे हैं लोग मोबाइल से जो है यहां पर जो है स्टॉक के अंदर बाइंग कर ले रहे हो ऐसी सारी चीजें बताई है
कामत एक्सप्रेस्ड कंसर्न अबाउट द फ्लो ऑफ फंड्स रेज थू पर्सनल एंड अनसिक्योर्ड लोन एंटरिंग द मार्केट इन्होंने जो है
एक कंसर्न ये भी जता है कि भाई अभी के टाइम में जो है लोग अपना पर्सनल पैसा जो जो कि भाई जो मतलब जिनको जो है घर में रखना
चाहिए या फिर जो अनसिक्योर्ड लोन होते हैं इनको वो पैसे को क्या कर लेते हैं भाई मार्केट में लगा देते हैं लेके ओके
उसमें क्या हो जाता है भाई लॉस होने के चांसेस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं पिछले कुछ टाइम से अगर हम लोग बात करें आरबीआई
के डाटा के हिसाब से तो फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग के अंदर जो है जो रिटेल ट्रेडर होते हैं जो रिटेल जो है बेसिकली जो
एफएन ट्रेडर है उनका लगभग डेढ़ से 1.5 लाख डॉलर से मतलब ढ लाख डॉलर ₹ लाखी 5 लाख करोड़ सॉरी ये 5 लाख करोड़ होगा ट्रिलियन है
ना रुपी तो 5 लाख करोड़ से 1.7 लाख करोड़ रपए इतना सारा पैसा जो है वाइप आउट हो चुका है तो कहने का मतलब कि भाई मार्केट में
पैसा डूब रहा है लेकिन जो है कहीं ना कहीं जो है पैसा शिफ्ट हुआ है एक तरह से मार्केट से पैसा मतलब लोगों लोग घर में पैसा
रखना पसंद नहीं करते बैंक में पैसा रखना पसंद नहीं करते लेकिन मार्केट में पैसा लगा रहे हैं और दूसरी तरफ जो है कहीं ना
कहीं बैंकिंग सेक्टर को लोन से बहुत ज्यादा फायदा होते हुए दिखाई दे रहा है इससे पहले अगर मैं बात करूं तो य मैंने ये भी
न्यूज़ कवर की थी कि भाई कैसे जो है स्मॉल क फंड जो कॉट स्मल के फंड ने है j फाइनेंशियल सर्विसेस और reliance1 स्टॉक्स के अंदर
अपनी जो होल्डिंग बढ़ाई है अक्टूबर महीने की ओके करेंटली जो है j फाइनेंशियल सर्विसेस का जो स्टॉक प्राइस च रहा वो 3311 का
है और यह लगभग जो है पिछले कुछ टाइम से लगातार पिट रहा है अ तो यह रही j फाइनेंशियल सर्विसेस से रिलेटेड एक न्यूज़ और ऐसी
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