नमस्कार दोस्तों आज का टॉपिक है फाइनेंस लिए जानते हैं फाइनेंस के बारे में सबसे पहले फाइनेंस क्या है फाइनेंस
शब्द है और इसका हिंदी में अर्थ वित या पूंजी होता है ऐसी कॉन्सेप्ट है जो हमें बताती है की हमें हमारा पैसा कब कहां और
कैसे इन्वेस्ट करना है ताकि हम उसका अच्छा रिटर्न मिल सके फाइनेंस का सीधा संबंध कैपिटल या मणि से होता है इसे आसान
भाषा में अगर कहें तो पैसे के प्रबंध या मैनेजमेंट को ही फाइनेंस का सकते हैं जैसे मैन लेते हैं हमें कोई बिजनेस करना
है या कोई कम करना है या हो सकता है कोई बहुत बड़ी कंपनी खड़ी करनी है कोई भी कम करना होता है तो हमें उसे कम के लिए पैसों
की जरूरत होती है और इस पैसे के लिए आप लोन लेना चाहते हैं या आपके पास पहले से है जब आपको पैसा मिल जाता है तो इस पैसों को
कब कहां और किस तरह से लगाना है ताकि भविष्य में अच्छा रिटर्न उसका मिल सके उसे हम फाइनेंस का सकते हैं फाइनेंस को और भी
अच्छे तरीके से समझने के लिए हमें इसके प्रकार को समझना होगा तो चलिए समझते हैं फाइनेंस कितने प्रकार के होते हैं
फाइनेंस मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं पर्सनल फाइनेंस कॉर्पोरेट फाइनेंस पब्लिक फाइनेंस तो लिए जानते हैं
पर्सनल फाइनेंस के बारे में कोई बच्चों के स्कूल या चाहे बिजनेस में इन्वेस्ट करने का हो हर कम को हम काफी बारीकी से
समझते हैं और तब भी कोई निर्णय लेते हैं यह सब एक प्रकार का मैनेजमेंट ही तो होता है जिसे हम व्यक्तिगत रूप से करते हैं
और इसी को पर्सनल फाइनेंस कहते हैं दोस्तों पैसा जीवन में काफी मायने रखता है और हम दिन रात कम करते हैं ताकि हमारी और
हमारे परिवार की जरूरत को हम पूरा कर सके हम जॉब करते हैं साइड बिजनेस करते हैं और फिर भी हमारी जरूरत है पूरा ना हो तो
हम बैंक से लोन भी लेते हैं ऐसे हमें इंश्योरेंस टैक्स और अगर कहीं इन्वेस्ट किया है तो उसे भी देखना पड़ता है उन सभी
चीजों को हमें व्यक्तिगत रूप से संभालना होता है यह मैनेज करना होता है और इसे हम पर्सनल फाइनेंस में रखते हैं मतलब जब
आप और इमली व्यक्तिगत रूप से किसी फाइनेंशियल डिसीजन को लेती है तो यह सब पर्सनल फाइनेंस में आता है अगले टाइप के बारे
में कॉर्पोरेट फाइनेंस पर्सनल फाइनेंस हमने देखा की कोई व्यक्ति कैसे अपने निजी जरूर तो के हिसाब से अपने पैसों को
अपने तरीके से मैनेज करता है वैसे ही कॉर्पोरेट फाइनेंस में कोई कंपनी है कोई ऑर्गेनाइजेशन अपने पैसे को अपने तरीके
से मैनेज करती है कॉर्पोरेट फाइनेंस में कोई कंपनी या कोई ऑर्गेनाइजेशन सबसे पहले फाइनेंशियल प्लानिंग बनाती है
पैसों को कहीं से अरेंज करती है और उसे पैसों को सही तरीके से कहीं इन्वेस्ट करती है कंपनी अपने पैसों को सही जगह
इन्वेस्ट कर प्रोडक्ट को बनाती है यह सर्विसेज को प्रोवाइड करती है यह सभी मैनेजमेंट कंपनी ऑर्गेनाइजेशन की मेंबर्स
मिलकर करते हैं सभी निर्णय भी हमें बरसी लेते हैं इस मैनेजमेंट को हम कॉर्पोरेट फाइनेंस कहते हैं अगले फाइनेंस के
प्रकार से होता है सरकार को भी अपने देश में कम करने के लिए और 30 को चलाने के लिए पैसों की जरूरत होती है सरकार टैक्स
कलेक्शन और दूसरी कई त्रिकोण से पैसे को जेनरेट करती है और फिर इस कम के लिए कोई बजट बनाती है और इस देश को चलती है है इसे
हम पब्लिक फाइनेंस कहते हैं पब्लिक फाइनेंस को वित्त मंत्रालय के द्वारा मैनेज किया जाता है और काफी ऐसी कंपनियों भी
होती हैं जो पब्लिक फाइनेंस को मैनेज करने में सरकार की मदद करती है पैसे में हम लोगों ने दोस्तों फाइनेंस को अच्छी
तरीके से समझा अगर आपको अच्छे तरीके से समझ में आया हो तो मेरे चैनल को सब्सक्राइब करें लाइक करें शेयर करें कमेंट करें
धन्यवाद दोस्तों
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Main frasher hoon kitnaa start salary milegaa is job me. kitna ghantaa kaam karnaa hota h??
Thank u bade bhai❤
Sir speak loudly
Nice👍👍
Thank you🌹
🫡
Thank 👍
Thank you sir
👍
Money Management=Finance💰
Well ✅
Bole to jhakaas… 🤟😍
Well done❤😍
Vrey useful video for me.
Thank you❤
Good evening boss
Boss pesa hi na h
Knowledge ka kya kre
?
Bdw bhut achhi video h
Keep it up boss. I'll share it
👌👌👌 good
👌👌
Good
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