तो भाई नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पा कॉरपोरेशन के बारे में आपका क्या ख्याल है यह कंपनी एक बाय है या एक सेल कमेंट
करके बताइए क्योंकि आज के वीडियो में हम इनके बिज़नेस को और इनके फाइनेंशियल्स को डिटेल में समझेंगे ताकि आपकी
एनालिसिस आसान हो जाए मैं आदित्य यंगर सीएफए आपका स्वागत करता हूं मास्टर द मार्केट में एंजल व की सीरीज जो यहां हर
संडे मार्केट के सारे कॉम्प्लेक्शन को सब सब्सक्राइब कीजिए और बेल आइकन दबा लीजिए ताकि आप ऐसे हाई वैल्यू एजुकेशनल
वीडियोस मिस ना करें एनएचपीसी जो है वो सरकार की एक मिनी रत्न कैटेगरी की पब्लिक सेक्टर यूटिलिटी है अब यह कंपनी मेनली
हाइड्रोइलेक्ट्रिक पा की सेल और जनरेशन करती है टू वेरियस स्टेट गवर्नमेंट्स एंड पब्लिक सेक्टर यूटिलिटीज इसी के
साथ कंपनी कंसल्टेंसी असाइनमेंट सर्विसेस पार ट्रेडिंग प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और कंस्ट्रक्शन कांट्रैक्ट्स के
फील्ड में भी ऑपरेट करती है लेकिन अब सीन ऐसा है कि कंपनी ने अपने आने वाले सालों के लिए जो फोकस है ना वो सिग्निफिकेंट
शिफ्ट कर दिया है और इस शिफ्ट के वजह से कंपनी के अर्निंग्स पर काफी सीरियस इंपैक्ट पड़ सकता है अब ये शिफ्ट एगजैक्टली
क्या है और इससे अर्निंग्स पर इतना इंपैक्ट क्यों पड़ेगा ये हम आपको इस वीडियो में बताएंगे इसीलिए वीडियो को एंड तक
ध्यान से देखना अब फ्यूचर की बात करने से पहले प्रेजेंट की तरफ देखते हैं आज के तारीख में कंपनी के पास 791 मेगावाट की
टोटल कैपेसिटी है जिसकी 98 पर आती है हाइड्रो पावर से और बाकी की 2 पर आती है रिन्यूएबल सोर्सेस से जो सारी पावर कंपनी
जनरेट करती है वो 25 अलग-अलग स्टेशन से होती है जो भारत के 13 स्टेट्स में मौजूद है यह कंपनी भारत की टोटल हाइड्रो पावर का 15
पर कंट्रीब्यूट करती है ऑन अ कंसोलिडेटेड बेसिस अब इसके साथ ही कंपनी एज ऑफ टुडे अलग-अलग हाइड्रो पावर और सोलर एनर्जी
के रिन्यूएबल प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है जिसकी टोटल कैपेसिटी 1041 मेगावाट की होगी और इसी के साथ कंपनी ने 10857 करोड़ का
कैपिटल एक्सपेंडिचर प्लान किया है जिससे एफवा 25 में 800 मेगावाट और f 26 में 2000 मेगावाट की नई कैपेसिटी ऐड की जाएगी अब चलिए
फाइनेंशियल परफॉर्मेंस की बात करते हैं पिछले 5 सालों में कंपनी ने अपने रेवेन्यू को 1 पर के सीएजीआर से ग्रो किया है और
अपने अर्निंग्स को 9 पर के सीएजीआर से साथ ही जो कंपनी का रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड मैट्रिक था वो सिर्फ 7 पर था अब ये
नंबर्स तो काफी म्यूटेशंस सिर्फ 1135 मेगावाट की सोलर कैपेसिटी है लेकिन कंपनी ने राजस्थान में एक प्रोजेक्ट डेवलप करना
शुरू किया है जिससे 2000 मेगावाट की एडिशनल कैपेसिटी डेवलप की जाएगी जहां कंपनी के पास हाइड्रो पावर की फील्ड में ऑलरेडी
एक डोमिनेंट पोजीशन है कंपनी की सोलर पावर के लिए 99000 90 मेगावाट की कैपेसिटी एडिशनल अंडर टेंडर है और अगर आप कंपनी के
बैलेंस शीट पर डेट की तरफ देखो तो कंपनी का करंट डेट टू इक्विटी रेशो सिर्फ 0.83 का है टिपिकली डेढ़ से दो के बीच का डेट टू
इक्विटी रेशो हेल्दी माना जाता है और दो या उससे ऊपर का इंटरेस्ट कवरेज रेशियो सस्टेनेबल माना जाता है जो इस कंपनी के
केस में ऑलमोस्ट 14 है अब एनर्जी फील्ड में काफी कंपनीज होती हैं जो बहुत ज्यादा डेट ले लेती है लेकिन इस कंपनी के केस
में वैसा नहीं है कंपनी की बैलेंस शीट आज भी काफी हेल्दी है और एनएचपीसी एक पब्लिक सेक्टर यूटिलिटी है यानी यहां पर
गवर्नमेंट की इंपलीसिट बैकिंग आती है मतलब अगर कल को जाकर इस कंपनी की फाइनेंशियल हेल्थ खराब होती है तो गवर्नमेंट
इसे सपोर्ट करेगी और इस कंपनी ने पिछले कुछ सालों में 50 पर का डिविडेंड पेआउट रेशो मेंटेन किया है जो आज के प्राइस
लेवल्स पे एप्रोक्सीमेटली 2 पर का डिविडेंड बनता है लेकिन आपको एक और बात ध्यान में रखनी है वो यह है कि पार जनरेशन जो
बिजनेस होता है वो एक काफी ज्यादा हाई फिक्स्ड कॉस्ट बिजनेस होता है यानी यहां पर अगर रेवेन्यू फ्लक्ट होते हैं तो भी
जो कंपनी के खर्चे होते हैं वो काफी हद तक स्टैटिक रहते हैं तो मान लो कल को कंपनी के रेवेन्यू 50 पर से गिर जाते हैं तो
कंपनी के कॉस्ट इस सेम रेट से नहीं गिरेंगे वो स्टैटिक रहेंगे जिससे कंपनी के लॉसेस बढ़ सकते हैं और आपने नोटिस किया
होगा कि कंपनी के काफी ज्यादा प्रोजेक्ट्स पेंडिंग या फिर अंडर टेंडर है अब एनर्जी सेक्टर में प्रोजेक्ट के ओवरहेड
कॉस्ट बढ़ना या फिर अनयूजुअल डीलेज आना ये बहुत कॉमन चीज होती है और इसी की वजह से आ जाती है अर्निंग्स वॉलेटिवृपालेम
कैश फ्लो पर्सपेक्टिव से तो यह पॉजिटिव चीज नहीं है डेटर डेज टिपिकली रिड्यूस होने चाहिए और कंपनी के बैलेंस शीट पर
ज्यादा रिसीव बल्स भी नहीं होने चाहिए अब माना कि भारत में एनर्जी की डिमांड स्टेडी बढ़ रही है एनएचपीसी की जो कंपटीशन
है प्राइवेट सेक्टर में वो भी इस डिमांड को मीट करने एक्सपेंड कर रही है और अपने कस्टमर्स को बेहतर रेट्स ऑफर कर रही है
अब ऐसी एक एनवायरमेंट में पॉजिटिव रेवेन्यू ग्रोथ और अर्निंग्स ग्रोथ कंपनी के लिए काफी इंपॉर्टेंट होती है लेकिन यह
ग्रोथ यूज होती है अगर कंपनी पॉजिटिव कैश फ्लो जनरेट नहीं कर पाती साथ ही एनएचपीसी के केस में एक नया फोकस भी है सोलर
एनर्जी की तरफ यह कितना प्रॉफिटेबल होगा यह तो वक्त ही बताएगा वैसे आप बता दीजिए कमेंट करके एनएचपीसी एक बाय है या एक
सेल और इस वीडियो से कुछ नया सीखे तो एजल व के [संगीत] इन्वेस्टमेंट्स इन सिक्योरिटीज मार्केट आर सब्जेक्ट टू मार्केट
रिस्क रीड ल द रिलेटेड डॉक्यूमेंट केयरफुली बिफोर इन्वेस्टिंग
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Little Port
Buy hai❤😊
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Very nice analysis
Aditya sir, like Anil Singhvi sir of Zee Business confidentally say keep these stocks or hold ipos in your portfolio for long term. Thanks 🎉
Sir, aap simple way me yeh bataiye yeh stock long term ke liye portfolio me rakhne layak hi ki nahi. Kahani khatam. Thanks
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Buy on dips and Hold for long term
Ye Ab Navratna Company Hai
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english bolo na😊
Must buy . Long-term
Yup buy in bulk and hold for minimum 3 years
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Why your videos not in English
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Statistics kon dikhaya ? dhakkan
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