October 3, 2024
Practical Financial Plan for Life
 #Finance

Practical Financial Plan for Life #Finance


क्या आपने कभी फाइनेंशियल प्लान बनाया है कभी ना कभी बनाया होगा क्या वो वर्क किया ज्यादातर लोगों का फाइनेंशियल

प्लान वर्क नहीं करता है हम बड़े जोश से बड़ी उम्मीदों से बजटिंग करते हैं सैलरी एक्सपेंसेस काउंट करते हैं और सोचते

हैं इतना कमाते हैं इतना खर्चा होगा इतना बचेगा तो उस बचत से मैं आगे जाके यह करूंगा लेकिन सच बात तो यह है कि वो पैसा

बचता ही नहीं है ज्यादातर लोगों का फाइनेंशियल प्लान वर्क करता ही नहीं है जानते हैं क्यों दो मेजर रीजन होते हैं पहला

हम एकदम कट टू कट फाइनेंशियल प्लान बनाते हैं कि अगर आज कोई खर्चा 000 का है तो मैं यह मानता हूं कि साल भर उस 000 ही लगेंगे

लेकिन कभी उसमें खर्चा ज्यादा हो जाता है अगर मैं मानता हूं कि फोन बिल मेरे महीने का 00 आएगा तो मैं ये 100% मानता हूं कि

अगले दो साल 00 ही आएगा थोड़ी भी गुंजाइश नहीं रखता मैं 10 पर का मार्जिन नहीं रखता हूं खर्चों में और कई बार खर्चे

अनएक्सपेक्टेड वाले आ जाते हैं वो जो 10 20 पर आखरी बचत हो रही थी जो मुझे इन्वेस्ट करना था वो बचता ही नहीं एक और मेजर रीजन

है क्यों हमारी फाइनेंशियल प्लानिंग नहीं चलती और व है कि हम व्हाट इफस यानी अन होनिया का अनदेखे अन सोचे खर्चों का

हिसाब या उसके लिए कुछ प्रोविजन नहीं रखते हैं हम डेली लाइफ में यह प्रोविजन हमेशा रखते हैं जैसे अगर ट्रेन पकड़नी हो

और ट्रेन हो 11:00 बजे की घर से स्टेशन का रास्ता हो आधे घंटे का तो भी हम 10:30 बजे घर से नहीं निकलते हम कम से कम 10:00 बजे घर से

निकलते हैं आधे घंटे का मार्जिन रखते हैं कि प्लेटफॉर्म दूर का हुआ तो रास्ते में ट्रैफिक मिल गया तो हम फ्लाइट पकड़ने

में मार्जिन रखते हैं हम एग्जाम देने जब जाते हैं तो आधे घंटे का मार्जिन रख के सेंटर पहुंचते हैं लेकिन फाइनेंशियल

प्लानिंग में हम 5 10 पर का भी मार्जिन नहीं रखते व्हाट इफस का व्हाट इफ रास्ते में ट्रैफिक मिल गया लाइफ में हम इसका

ध्यान रखते हैं फाइनेंस में भी हमें इसका ध्यान रखना है एक सिंपल सिनेरियो लेते हैं यह थोड़ा डरावना लगेगा लेकिन इसका

ध्यान हमें रखना पड़ेगा व्हाट इफ एक इंसान एक घर खरीदता है होम लोन पे और होम लोन लेने के कुछ महीनों बाद अनफॉर्चूनेटली

उसकी डेथ हो जाती है अब क्या होगा दो सिनेरियो होंगे एक तो वो सारी होम लोन ईएमआई का जो बर्डन है ना वो उसके परिवार पे आ

जाएगा और अगर परिवार वो किस्ट हर साल अगले 152 सालों तक पटाता नहीं रहा तो उस घर पे बैंक कब्जा कर लेगा घर वालों के सपने

बर्बाद जिसने घर खरीदा था बड़ी उम्मीदों से कि मेरा परिवार खुशी से रहेगा उसके सपने भी खराब एक और आउटकम हो सकता है कि

फैमिली में कोई मेंबर डबल शिफ्ट काम करके दिन रात अपनी पीठ तोड़ के किसी तरह अगले 1520 साल ईएमआई पटाता रहेगा उस इंसान के

सपने के लिए जो अब इस दुनिया में नहीं रहा एक और इंसान जिंदगी भर मेहनत करेगा एड़ियां घिसे का अब यह सुनने में बहुत ही

डरावना लगता है लेकिन ऐसा कभी ना कभी हुआ होगा ना होता होगा ना यह व्हाट इफ वाला सिनेरियो पॉसिबल है ना अब देखो लाइफ के

हर सिनेरियो के लिए हर अनएक्सपेक्टेड इवेंट के लिए तो हम तैयार नहीं हो सकते होने को तो कुछ भी हो सकता है सबके लिए

तैयार हम नहीं हो सकते दुनिया में हर चीज हमारे कंट्रोल में नहीं है तो सब कंट्रोल करने की कोशिश या भगवान बनने की

कोशिश हमको नहीं करनी चाहिए लेकिन प्रैक्टिकल लाइफ में हमें कंट्रोलिंग द कंट्रोलेबल करना चाहिए और नॉट वरिंग टू मच

अबाउट द अनकंट्रोलेबल करना चाहिए तो कंट्रोलिंग द कंट्रोलेबल में इस सिनेरियो में यह होता कि जब वो इंसान होम लोन ले

रहा है तो साथ में एक लाइफ इंश्योरेंस भी ले लेता है ये उसके कंट्रोल में है डेथ उसके कंट्रोल में नहीं है लाइफ

इंश्योरेंस लेना उसके कंट्रोल में है अगर वो लाइफ इंश्योरेंस लेता और उसे कुछ हो जाता तो उसके परिवार को यह तकलीफ नहीं

उठानी पड़ती फाइनेंशियल तकलीफ एटलीस्ट क्योंकि उस होम लोन का पैसा अब इन रेंस कंपनी के पैसों से हो जाता तो यह

प्रॉब्लम सारी प्रॉब्लम तो सॉल्व नहीं होती लेकिन यह प्रॉब्लम तो सॉल्व हो सकती थी ना जब लाइफ इंश्योरेंस कई तरह की

होती है कोई भी मत ले लेना लाइफ इंश्योरेंस आपको टर्म प्लान लेना है टर्म इंश्योरेंस इस पे मैंने पहले भी कई वीडियो

बनाए लेकिन ब्रीफ में बता देता हूं टर्म इंश्योरेंस मतलब आपकी पूरी लाइफ इंश्योर्ड नहीं है उसका एक टर्म इंश्योर्ड है

कितना टर्म आपको इंश्योर करना है जब तक उस अर्निंग मेंबर पे फैमिली फाइनेंशियलीईएक्सप्रेस 35 साल का है उसके 5 साल के

बच्चे हैं अब जब वो इंसान 65 का हो जाएगा तो उसके बच्चे भी 30 35 हो जाएंगे यानी वो तब वो अपने पेरेंट्स पे

फाइनेंशियलीईएक्सप्रेस है इसके अलावा 8c में जो 5 लाख तक का डिडक्शन मिलता है जो प्रीमियम आप पे करोगे उसपे यह 8c बेनिफिट

भी अवेलेबल होता है पॉलिसी बाजार की टीम क्लेम असिस्टेंट के लिए 247 अवेलेबल होती है और आपको 10 पर तक की सेविंग्स भी हो

जाती है प्रीमियम में क्योंकि पॉलिसी बाजार में कोई मिडल मैन नहीं होता तो प्रीमियम थोड़े लो हो पाते हैं सो अगर आप

टर्म प्लान लेना चाहते हो तो आपको डिस्क्रिप्शन में लिंक मिल जाएगा वहां जाके आप टर्म प्लान कंपेयर कर सकते हो और ले

सकते हो आज हम तीन रूल डिस्कस करने वाले हैं कि कैसे आप आपका फाइनेंशियल प्लान वर्क करेगा तो अब पहले रूल से शुरू करते

हैं कंट्रोलिंग द कंट्रोलेबल अब लाइफ में मैंने कहा हर चीज तो कंट्रोलेबल नहीं है और हर चीज को कंट्रोल करने जाएंगे तो

हम फ्रस्ट्रेट हो जाएंगे और हमारे खर्चे भी बहुत बढ़ जाएंगे तो कौन सी चीज को कंट्रोल करना है और कौन सी चीज को कंट्रोल

नहीं करना है कौन से कंट्रोलेबल के अगेंस्ट मुझे इंश्योरेंस लेना है सिंपल रूल है गोल्डन रूल है वो चीजें जिसके के

खोने से आपको बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता उसका इंश्योरेंस मत लीजिए वो चीज या वो इंसान जिसके खोने से बहुत ज्यादा

फर्क पड़ता है इंश्योरेंस ले लीजिए एग्जांपल आपका स्कूटर या कार चोरी हो जाए फर्क पड़ेगा ना इंश्योर करिए आपका जूता

चोरी हो जाए शायद बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा इंश्योरेंस मत लीजिए कोई बीमार हो जाए या कोई हमारा अनफॉर्चूनेटली चले

जाए तो हमें फाइनेंशियलीईएक्सप्रेस फर्क पड़ेगा ना अगर वो घर का अर्निंग मेंबर है इंश्योरेंस लीजिए हर वो चीज जिसके

खोने से आपकी जिंदगी बहुत ज्यादा बदल सकती है अगर उसके अगेंस्ट इंश्योरेंस लिया जा सकता है लीजिए लेकिन कई बार जिन

लोगों को ओवर इंश्योरेंस की आदत होती है ना वो ऐसी छोटी-मोटी चीजों का भी इंश्योरेंस लेते हैं जिस चीज को कुछ हो जाए तो

भी उनकी लाइफ में फर्क नहीं पड़ने वाला वो बिना कारण प्रीमियम दे दे के अपना खर्चा बढ़ाते हैं तो इंश्योरेंस लेना बहुत

अच्छी बात है लेकिन सिर्फ इंपॉर्टेंट चीजों के लिए जिसको खोना आप अफोर्ड नहीं कर सकते जो आपके लिए बहुत वैल्युएबल है

अब देखो सबसे जरूरी चीज होती है लाइफ तो आपके घर के अर्निंग मेंबर अगर आप इस वीडियो में देख रहे हो तो आपको यह पता होना

चाहिए कि जितने भी आपके घर में अर्निंग मेंबर्स हैं उनके पास लाइफ इंश्योरेंस होनी दूसरा हमें यह समझना है कि

लिक्विडिटी और नेटवर्थ दो अलग-अलग चीजें हैं कई बार ना इसको एक एग्जांपल से समझते हैं कई बार आपने देखा होगा कि कोई ऐसा

बिजनेसमैन कोई ऐसा एंटरप्रेन्योर का मालिक है 5000 करोड़ का मालिक है वो अचानक से बैंकर पट हो जाता है और सड़क पर आ जाता है

हमें लगता है ऐसा कैसे हो सकता है यार यह इसलिए कि नेटवर्थ और लिक्विडिटी दो अलग-अलग चीजें हैं इसे एग्जांपल से समझते

हैं मान लीजिए एक इंसान की एक कंपनी है जिसका मार्केट स्टॉक मार्केट में वैल्यूएशन है 100 करोड़ उस आदमी के पास उस कंपनी

में 50 पर हिस्सेदारी है यानी उसकी नेट वर्थ हो गई 50 करोड़ 50 करोड़ के शेयर्स हैं अब यह नेटवर्थ है लिक्विडिटी नहीं

क्योंकि जैसे ही व अपने शेयर्स बेचने जाएगा थोड़ी बड़ी क्वांटिटी में मान लो वो सोचता है 50 करोड़ के शेयर है मेरे को 10

करोड़ चाहिए मैं 10 करोड़ के शेयर बेचता हूं बड़ी क्वांटिटी में जब वो शेयर्स बेचने जाएगा ना तो मार्केट में सबसे पहले

तो न्यूज चलेगी कि प्रमोटर अपने शेयर खुद बेच रहा है जिससे मार्केट यह समझता है कि इसे अपनी कंपनी में भरोसा नहीं है या

इसके रिजल्ट खराब आने वाले हैं कंपनी में कुछ गड़बड़ होने वाली है और वह शेयर का दाम धड़ाम से बहुत सारा गिर जाएगा लोअर

सर्किट लग जाएगा यानी पहली चीज तो प्रमोटर चाह के भी अपने सारे शेयर बेच नहीं पा आएगा और जब तक अगर बेचेगा ना सर्किट

खुला थोड़े और बेचे फिर खुला थोड़े और बेचे तो 50 करोड़ के शेयर शायद 15-20 करोड़ में बिकेंगे तो कागज में नेट वर्थ थी 50 करोड़

रियल में लिक्विडिटी मिल पाई 15-20 करोड़ और वह आदमी हो गया बैंकर क्योंकि उसको हो सकता है बैंक को 25 करोड़ देने थे और बैंक

ने उसको 25 करोड़ लोन दिए थे यह देख के कि इसके पास 50 करोड़ के शेयर है उसके अगेंस्ट 50 पर का लोन दे दिया वो आदमी बैंकर पट हो

गया तो नेट वर्थ और लिक्विडिटी का फर्क है जब हम हमारे खर्चे हमारी नेटवर्थ के हिसाब से बैंक से लोन लेकर बढ़ा देते हैं

और उसको पे करने के लिए लिक्विडिटी नहीं होती है तो हम हो जाते हैं बैंकर पट तो यह ध्यान रखिएगा कि कोई आपको कितना भी लोन

दे रहा है आपकी बैलेंस शीट देख के उसको लेना नहीं है हमारे पे करने की कैपेसिटी होनी चाहिए तभी उसे लेना है और

अनएक्सपेक्टेड खर्चे आएंगे यह मान के चलना चाहिए तो एकदम नेक टू नेक कि मैं महीने का 10000 बचाता हूं तो 9500 की ईएमआई ले ली

ऐसा नहीं करना है ये बैंकर पट होने की शुरुआत है तीसरा जब आप इन्वेस्टमेंट्स कर रहे हो ना तो एक अच्छा बैलेंस रखो

बिटवीन लिक्विड एसेट्स एंड नॉन लिक्विड एसेट्स इन लिक्विड एसेट्स दोनों के रीजंस है अगर आप सब कुछ बहुत लिक्विड एसेट

में रखोगे तो या तो अगर वो डेट इंस्ट्रूमेंट्स हैं तो रिटर्न कम मिलेगा जैसे सेविंग्स और करंट अकाउंट में कम रिटर्न

होता है वो ज्यादा लिक्विड है एफडी में रिटर्न ज्यादा होता है लेकिन आप उसको तुरंत निकाल नहीं सकते पेनल्टी लगेगी उसी

तरीके से शेयर्स आप तुरंत खरीद बेच सकते हो जिसके कारण डिसिप्लिन का प्रॉब्लम आता है वो इतना लिक्विड है कि हम लंबे समय

होल्ड ही नहीं कर पाते हमें बेचने का लालच आ जाता है जैसे म्यूचुअल फंड्स कई बार ना आपको टैक्स सेविंग ना भी करनी हो तो

नॉन टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड से बेटर होता है उससे सिमिलर टैक्स सेविंग वाला ले लो उसमें 3 साल आप निकाल ही नहीं सकते

डिसिप्लिन अपने आप आ जाएगा तो हमें ना बैलेंस रखना है बहुत ज्यादा अगर पैसा हम लिक्विड एसेट्स में डालेंगे तो हम प्लान

के मुताबिक चल नहीं पाएंगे डिसिप्लिन इशू आएगा लेकिन बहुत ज्यादा पैसा अगर हम इन लिक्विड या नॉन लिक्विड एसेट्स में

डाल देंगे जैसे हमने सारा पैसा एनपीएस में डाल दिया या हमने ईल एस म्यूचुअल फंड्स में डाल दिया या एफडी में डाल दिया

जिसको हम पहले तोड़ नहीं सकते ये कंडीशन है तो जरूरत के समय हम बैंकर हो जाएंगे और हमारे ये पैसे पड़े रह जाएंगे तो पैसा

था लेकिन हम पे नहीं कर पाए और हम एनपीए हो गए तो दोनों का सही बैलेंस होना जरूरी है किसी भी एक एक्सट्रीम पे ना जाइए और

आप लिक्विड रहेंगे आपका फाइनेंशियल प्लान ट्रैक पे रहेगा और आखिर में कई बार ना मुझसे ये सवाल पूछा जाता है कि हम कितना

इन्वेस्ट करें अब देखो इन्वेस्ट करना तो अच्छी हैबिट है तो जितना कर सकते हैं करिए क्योंकि अच्छी चीज पे अपर लिमिट

क्यों लगाना हां एक अपर लिमिट होनी चाहिए कि आप कितना भी इन्वेस्ट करें का यह मतलब नहीं है कि आज आप अपनी फैमिली को भूखा

रखें उन्हें घुमाने ही ना लेकर जाए अपनी बहुत छोटी-छोटी खुशियां भी कॉम्प्रोमाइज करें जैसे इलिक्विड और लिक्विड

एसेट्स का बैलेंस होना चाहिए उसी तरह फ्यूचर नीड्स और प्रेजेंट नीड्स का भी बैलेंस होना चाहिए तो प्रेजेंट को कुछ हद

तक एंजॉय करते हुए फ्यूचर के लिए प्लानिंग होनी चाहिए हर भी एंजॉयमेंट हो सके और फ्यूचर भी रिस्क में ना आए यह बैलेंस

करके आपको इन्वेस्ट करना है यह बैलेंस ध्यान रख के आप जितना ज्यादा कर सकेंगे उतना अच्छा है लेकिन एक बात फिर से ध्यान

रखना आपकी सेविंग्स सेव हो पाएंगी आपके इन्वेस्टमेंट्स इन्वेस्टेड रह पाएंगे जब आप लाइफ के अननोन रिस्क के अगेंस्ट

इंश्योर्ड रहेंगे तो प्लीज जाके टर्म प्लान ले लेना पॉलिसी बाजार में कंपेयर करके सेविंग्स भी कर लेना लिंक

डिस्क्रिप्शन पे है दिस इज प्रांजल कामरा साइनिंग ऑफ बाय बाय

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With over 156700 views, this video is a must-watch for anyone interested in Finance.

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45 thoughts on “Practical Financial Plan for Life #Finance

  1. DEAR PRANJAL SIR PLEASE MAKE A DETAILED MYTH BUSTER VIDEO ON POLICY BAZAR'S RETIREMENT PLAN IF THEY ARE TRUE OR NOT AND ALSO TEL IN THAT VIDEO WHICH PERSON SHOULD INVEST IN THOSE PLAN
    NEERAJ BINDAL
    नीरज बिन्दल
    Yours truely follower

  2. Retirement becomes truly fulfilling when you possess two essential elements: ample financial resources and a meaningful purpose in life. Make prudent investment choices to secure good returns and ensure a comfortable retirement.

  3. Thank you sir etna investment karo ki apke family bhi present me kush rah paye Enjoy kar paye … love you 😘 bhai mai bhi chhattisgarh se hu aur fauj me hu lone ka problem hai but aap log fanacial education Dene Wale sir ho esliye tik hu

  4. Future or option trading. No doubt either trade can sometimes be frustrating and difficult especially when you dont have the appropriate strategies and apparatus to go into trade , statistically the high demand of crypto should explain the important of crypto and how valuable it will become in the new future.therefore that 10% or bigger % of that funds should be properly planed and invested as it will be an added advantage in due time.because with the rate of economic crisis and high cost of living the best thing is to secure the future.and with a proper mentorship this can be easily achieved .

  5. Thank you for keeping it real with us. We're all getting hit over the head with these prices, the good thing is being a in position to pay these prices. I feel really bad for those who are not in the position to pay for their basic needs.

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