December 18, 2024
THE POWER OF COMPOUNDING | 5 Rules of Financial Freedom | 7-3-2 RULE OF COMPOUNDING
 #Finance

THE POWER OF COMPOUNDING | 5 Rules of Financial Freedom | 7-3-2 RULE OF COMPOUNDING #Finance


सीएनबीसी की यह रिपोर्ट बताती है कि इंडिया में आधे से ज्यादा लोग अपनी जॉब से बोर हो चुके हैं पर फिर भी वह इस रेट

रेस में फंस हुए हैं क्योंकि उनके पास कोई अल्टरनेटिव ऑप्शन नहीं है एक सुकून की जिंदगी स्ट्रेस फ्री काम घूमना फिरना

फैमिली को खुश रखना वक्त रहते सारे एक्सपीरियंस कर लेना कौन नहीं चाहता लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि इंडिया की 90 पर

मिडिल क्लास पॉपुलेशन रात में य सपने देखती है और सुबह उठकर उन्हें भूलकर वही रेट रेस में फंस जाती है फाइनेंशियल

फ्रीडम क्या है पैसों के नियम क्या है अर्ली रिटायरमेंट का क्या तरीका है 90 पर लोग इस बात से अनजान है आई एम श्यर आप भी

अनजान होंगे और आपके ही जैसे अनजान था अमित जिसके साथ कुछ ऐसा हुआ जो बर्दाश्त के बाहर था दरअसल 22 साल का अमित अपने

इंजीनियरिंग कॉलेज से ग्रेजुएट होकर काम पर लगा था और उसको 45 लाख साल का पैकेज मिला उसके साथ उसके दो दोस्त किशोर और परम

भी सेम कॉलेज से ग्रेजुएट होकर सेम पैकेज पर नौकरी करने लगे 35000 की इन हैंड सैलरी से अमित की कुछ ज्यादा ही उम्मीदें थी

स्मॉल टाउन लड़का मानो एकदम टेंशन और अयाश हो गया था अमित को बेंगलोर की लाइफ स्टाइल पार्टी कल्चर और रेस्टोरेंट काफी

पसंद आते थे इसलिए नौकरी लगते ही उसने यह सब शुरू किया अब नौकरी के दूसरे महीने में जो सबसे पहला परचेज उसने किया था वो

था iphone11 4000 देना तो पॉसिबल था नहीं पर साइड में उसे दिखा ₹ 77025 की नो कॉस्ट ईएमआई और उसको ऑफिस की तरफ से क्रेडिट कार्ड मिला

हुआ था तो उसने 24 महीने की ईएमआई पर खरीद ही लिया iphone7 25 का एक खर्चा फिक्स्ड इसके बाद बाद तो मानो अमित के पंखी लग गए हो और

वह अब हर दूसरी चीज के लिए क्रेडिट कार्ड का यूज कर रहा था ट्रेवल के लिए फ्लाइट्स टिकट 25000 की गोवा ट्रिप सब कुछ शुरू कर

दिया अब यह सब देखकर उसके दोस्त किशोर और परम उसे समझाने गए कि भाई थोड़ा कुछ पैसा बचा भी लिया कर इन्वेस्ट भी कर ले

बजटिंग के लिए 7020 10 रूल का यूज कर ले परम ने समझाया पैसा इन्वेस्ट कर कोई एक्स्ट्रा इनकम सोर्स बिल्ड कर क्या पैसा

उड़ाता जा रहा है पर अमित ने सुनी सबकी और करी सिर्फ अपने मन की और कुछ साल बाद जॉब स्विच की वजह से उसकी सैलरी हो गई ₹5000000

साब को पसंद आई चमचमाती टा nex1 लाख अब 65000 की सैलरी वाले इंसान के पास ₹1 लाख तो होंगे नहीं इसलिए उसने की 2 लाख की डाउन

पेमेंट और रेस्ट ₹ लाख की ईएमआई बनवा ली जिसमें आप यहां देख ही सकते हो अब अगले पा सालों के लिए उसको 18500 पर मंथ एक फिक्स्ड

खर्चा और बन गया और गाड़ी का मेंटेनेंस पेट्रोल वगैरह लगाकर सब कुछ मिला के मान लो 22 से 000 सिर्फ गाड़ी गाड़ी के खर्चे के

लिए हर महीने जाते थे और इसके दो-तीन साल बाद ही अमित ने एक और बढ़िया दाव खेला जिससे उसका स्टेटस ल एकदम ऊपर चला गया

उसने ऑफिस के पास वाले अपार्टमेंट में एक फ्लैट रेंट किया जिसका किराया था ₹2000000 के पैकेज पर पहुंच चुका था और क्योंकि

उसके पास सही एमएनसी कंपनी में नौकरी थी तो उसने ज्यादा कुछ सोचा भी नहीं पर एक दिन उसे मास ले ऑफ की न्यूज़ मिली और जब

भाई साहब ने एचआर से कंफर्म किया तो उसके पैरों से जमीन निकल गई क्योंकि ठीक उसी दिन अमित ने अपने ऊपर चल रहे खर्चों का

भी हिसाब लगाया था यानी आप यहां देख ही सकते हो कि अपनी बढ़ती सैलरी के अकॉर्डिंग भाई साहब ने अपने खर्चे भी बढ़ा दिए थे

और 84000 महीना कमा तो रहे थे लेकिन ₹ 33000 खर्चा भी कर रहे थे और सेविंग्स के नाम पर कुछ भी नहीं सब कुछ हार जाने के बाद पूरी

तरीके से बर्बाद होने के बाद ये अपने दोस्त किशोर और परम से मिलने गया और इतने टाइम बाद अमित जब इन दोनों से मिला तो

किशोर सब में सबसे ज्यादा अर्न कर रहा था उसने बताया कि अगले पांच सालों में तो वो रिटायर भी होने वाला है विद द हेल्प ऑफ

द 4 पर रूल जिसे हम वीडियो में आगे डिटेल में डिस्कस करेंगे और आउट ऑफ क्यूरियोसिटी अमित ने पूछ ही लिया कि भाई 5 साल बाद

तो मेरी हालत खराब है और तू रिटायर होने की बातें कैसे कर रहा है तो किशोर ने बताया कि भाई तुम जब अपना पैसा ईएमआई देने

में लगाते थे तब वो इन्वेस्ट करता था और बेंगलोर जैसे शहर में सिर्फ एक इनकम सोर्स के साथ सरवाइव कर पाना नामुमकिन था

इसलिए मैं पिछले दो सालों से ई-कॉमर्स ब्रांड डेवलप कर रहा था जो अब एस्टेब्लिश हो चुका है और उससे मुझे महीने का 0 से 0000 आ

भी जाता है यानी 50000 की सैलरी 70000 की एक्स्ट्रा इनकम तो उस समय में टोटल ₹1 2000000 अर्न कर रहा था और अगले 5 सालों में मुझे यकीन

है कि मेरा यह बिजनेस मुझे मेरी जॉब से पांच गुना ज्यादा कमा कर देगा और तब पावर ऑफ कंपाउंडिंग की मदद से मेरी

इन्वेस्टमेंट और मेरे यह बिजनेस मुझे इतना पे कर देंगे कि मैं अपने और अपने परिवार के खर्चों को आराम से चला सकूं इस पर

अमित ने पूछा कि भाई यह सब कैसे पॉसिबल है तूने जॉब के साथ यह सब कैसे किया मेरी तो सैलरी आते ही मैं फोन लेने चला गया था

इस पर किशोर कहता है चल ये बता तूने कितनी ईएमआई पे करी उस फोन के लिए अमित कहता है ₹ 7000 तब किशोर ने दिखाया देख भाई अगर तू

पहले दिन से 7000 ईएमआई के बदले एसआईपी के थ्रू इन्वेस्ट करता तो देख आज तुझे कितना रिटर्न मिल रहा होता ₹ 77000 और यही चीज तू

अगले 10 सालों तक फॉलो करता है तो तेरे पास ₹1 लाख का कॉर्पस होता और आज तू बिना सेविंग्स के बिना एसेट के इधर-उधर भटक नहीं

रहा होता अमित हैरान रह गया उसने पूछा कि भाई ये सब मैं कहां से सीखूं तूने कैसे सीखा तब किशोर ने बताया मैंने द ग्रेट

वरन बफेट को फॉलो किया था उनकी बुक्स और उनके कोर्स को पढ़े थे जो आपको मार्केट की स्ट्रेटजीजर फंडामेंटल सिखाते हैं

अब ये सारी चीजें जानने के बाद इंपॉर्टेंट होता है कि आप सही टूल्स और प्लेटफॉर्म का यूज करो जो आपको इन्वेस्टमेंट के

बारे में सिखाए और इजी टू यूज भी हो और अगर आप एक बिगिन हो तो प्रॉब्लम बढ़ जाती है क्योंकि समझ नहीं आता कि कौन सा स्टेप

कब ले बट अगर आपको समझना है और वाइज डिसीजन बनाना है तो लेमन ए ट्राय मेरे डिस्क्रिप्शन में चेक आउट कर सकते हो ये एक ऐसा

ऑल इन वन प्लेटफार्म है जहां आपको सारी चीजें सीखने को मिलती हैं एंड आपको अपकमिंग स्टॉक ट्रेंड से भी अपडेटेड रखता है

सबसे अच्छी चीज मुझे जो लगी वो है इनका यूजर फ्रेंडली इंटरफेस ऐसा लगा ही नहीं कि मैं पहली बार यूज कर रहा हूं और सोचने

समझने में टाइम वेस्ट भी नहीं हुआ प्लस एक और चीज जो आपको मदद देता है वो है इनका जीरो ब्रोकरेज फी पहले महीने के लिए

यानी कोई एक्स्ट्रा पैसा देने का स्स नहीं होगा किसी को भी और इनका एनुअल मेंटेनेंस फी भी एक साल के लिए जीरो है लोग

अक्सर यह फी वगैरह देने के झंझर से बचना चाहते हैं और मुझे लगता है इस प्लेटफॉर्म ने लोगों के लिए समस्या सॉल्व कर दी है

सबसे इंपॉर्टेंट इन्वेस्टिंग से पहले होता है रिसर्च और कौन सा स्टॉक ट्रेंड कर रहा है आप ये पता लगा सकते हैं इनके

इन्वेस्ट इन सेक्टर ऑप्शन से ये फीचर आपको सेक्टर जैसे टेक्नोलॉजी हेल्थ केयर फाइनेंस और एनर्जी के स्टॉक्स बताता है

जो आपके रिसर्च का काम इजी बना देता है फिर मैं पहुंचा इनके टॉप एनालिस्ट रेटिंग्स सेक्शन में जहां आपको यह सारे

रिकमेंड डेशन मिलते हैं कि कौन सा स्टॉक को बाय करें सेल करें या होल्ड करें ये सारे रिकमेंडेशंस एक्सपर्ट एनालिसिस

के होते हैं यानी आप समझ सकते हैं कि यह प्रॉपर रिसर्च पे बेस्ड है इससे आपका डिसीजन मेकिंग क्विक और टाइम सेव होता है

और मुझे ओवरऑल एक अच्छा प्लेटफार्म लगा लेमन अगर आपको भी मार्केट की ज्यादा नॉलेज नहीं है या आप अपने इन्वेस्टिंग

जर्नी को सिंपल बनाना चाहते हो तो लेमन ए चेक आउट कर सकते हो अब किशोर ने अमित को फाइव रूल्स और फाइनेंशियल फ्रीडम

समझाए जिसे उसने खुद भी फॉलो किया जिससे मात्र 10 सालों के अंदर-अंदर वो फाइनेंशली फ्री हो जाएगा जिसका रूल नंबर वन था

अवॉइड डेट बाय नाउ पे लेटर का एटीट्यूड रखने वाला ये इंडियन जनता जिसको माना जा रहा है कि 2026 तक ये 15 बिलियन डॉलर तक

स्पेंड करने वाली है ऐसा इसलिए क्योंकि इंडिया में फाइनेंशियल एजुकेशन के नाम पर मैथ्स के कुछ इंपॉर्टेंट फार्मूला

और प्रॉफिट लॉस तो सिखाया जाता है लेकिन बड़े होकर खर्चे कैसे मैनेज करने हैं कर्ज को कैसे मैनेज करना है यह कोई नहीं

सिखा था और इसी वजह से अमित के साथ ये सब हुआ अब दरअसल ये बैंक्स और कार्ड कंपनीज आपको टारगेट भी ऐसी एज में करते हैं

जहां आपको सोसाइटी के ौर तरीकों के साथ मेल करना होता है i आया तो i लेना है नया स्टोर खुला तो शॉपिंग करनी है पड़ोसी ने

गाड़ी ले ली तो गाड़ी लेनी है मतलब सब कर रहे हैं तो हमें भी करना है 80 पर मिडिल क्लास लोग जब एक हायर इनकम पर पहुंच जाते

हैं मान लो कि 12 से ₹ लाख तब उसके दिमाग में सबसे पहला ख्याल आता है अपना घर और अब आपको पसंद आएगा 90 लाख का फ्लाइट जिसमें

जैसे-तैसे 20 लाख की डाउन पेमेंट करते हो और रेस्ट 70 लाख का लोन अब जरा इस अमाउंट पर ईएमआई भी देख लो 63000 पर मंथ सिर्फ ईएमआई

इसके ऊपर टैक्सेस जोड़ो फिर मेंटेनेंस जोड़ो कुल मिलाकर 0000 का फिक्स्ड खर्चा और जब इन लोगों को सैलरी क्रेडिट होने का

का मैसेज आता है बेचारे खुश हो ही रहे होते हैं कि 10 मिनट बाद ईई डिडक्ट होने का मैसेज भी आ जाता है और यही रीजन है कि आज की

डेट में 80 पर से 90 पर मिडिल क्लास कभी यंग एज में रिटायर ही नहीं हो पाते क्योंकि उनके ऊपर कर्जे ही इतने होते हैं इसलिए

कभी भी इंपल्सिव होकर खर्चा मत करो और जितना हो सके अपने करियर को स्टार्टिंग में क्रेडिट कार्ड और लोन से दूर रहो

क्योंकि आदत वहीं से लगती है और पूरा जीवन निचोड़ कर निकालती है इसलिए अवॉइड डेट और अगर आपके ऊपर कोई भी कर्जा या लोन

नहीं है तो वीडियो को लाइक करें और कमेंट करें नो डेट और अगर कोई लोन आपने ले रखा है तो कित किने का ले रखा है ये भी कमेंट

करें अब आता है रूल नंबर टू 7020 10 रूल ऑफ बजटिंग डेट के बाद अगला रूल आता है 7020 10 रूल ऑफ बजटिंग ये वही रूल है जो परम अमित को

फॉलो करने के लिए कह रहा था क्योंकि देखो एक सिंपल सी बात है एक पैसा उड़ाने वाला इंसान जो होता है उसे अगर आप ये कहो कि

अपनी 30000 की सैलरी में से 14000 ईई भर और बाकी का खर्चा 16000 में कर तो पूरा का पूरा 16000 खर्च भी कर देगा और अगर कोई ईई नहीं हुई तो

उसका खर्चा पूरा 0000 होगा यानी जितना आएगा उतना जाएगा ना कुछ बचेगा और ना कुछ इन्वेस्ट होगा इसलिए फॉलो दर 70 201010 रूल जो

कहता है कि आपको अपनी इनकम का 70 पर पैसा जरूरी खर्चों में स्पेंड करना है 20 पर इन्वेस्ट करना है और बाकी का बचा 10 पर पैसा

रखना है अपनी एंटरटेनमेंट सोर्सेस के लिए यानी अगर आपकी सैलरी 0000 है तो आपको सबसे पहले सैलरी आते ही 20 पर अमाउंट यानी 6000

इन्वेस्ट कर देना है और अब ये मान कर चलना है कि आपके पास खर्चा करने के लिए सिर्फ ₹2000000 है अब सवाल आता है कि आखिर यह ₹ 6000

इन्वेस्ट कहां करें तो इसका सबसे बेस्ट तरीका है एसआईपी इन इंडेक्स फंड जो परम ने भी यूज किया अब देखो यार आप लोग वैसे

भी महीने के ₹ 7000 ई में देना पसंद करते ही हो और वहां पर तो आपको 15 से 18 पर तक का इंटरेस्ट चार्ज भी किया जाता है तो क्यों ना

वहीं ₹ 66000 ऐसी जगह पर इन्वेस्ट करो जहां से आपको 12 पर तक का रिटर्न देखने को मिले और आपका पैसा भी ग्रो हो आप देख ही सकते

हो 10 साल बाद आपको कितना रिटर्न मिलेगा ₹2000000 इन्वेस्ट करने पर लगभग ₹1 लाख और अगर इसी पैटर्न को अगले 10 साल और फॉलो करते हो

तो आपको 14 लाख की इन्वेस्टमेंट पे 60 लाख का रिटर्न मिलेगा जो एक इनफ है अपने सपने पूरे करने के लिए रूल नंबर थ्री द 732 रूल

ऑफ कंपाउंडिंग अब अगर बजटिंग और इन्वेस्टिंग की बात हो ही रही है तो हमारे बेस्ट प्लेयर किशोर भाई कहां पीछे रहने वाले

थे और रियल पावर ऑफ कंपाउंडिंग क्या होता है इसका मतलब किशोर ने समझाया था बाकी दोनों की तरह किशोर की स्टार्टिंग

सैलरी भी लगभग 0000 थी और उसे समझ आ चुका था कि अगर मुझे अर्ली रिटायर होना है तो जल्द से जल्द पावर ऑफ कंपाउंडिंग का

बेनिफिट लेना है तो छोटे-मोटे अमाउंट से तो नहीं होने वाला इसलिए उसने स्टार्टिंग के छ महीने में जॉब के साथ-साथ एक

स्किल सीखने पर पैसा लगाया और पहले ही साल में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बिल्ड कर लिया अब देखो बिजनेस का तो आप सबको पता है

कि चलने में थोड़ा टाइम लगता ही है और किशोर को भी प्रॉपर 2 साल लगे और 2 की एज में उसको जॉब से 0000 और अपने ई-कॉमर्स बिजनेस

से – 70000 मिल रहे थे अब क्योंकि उसके पास इतना पैसा था तो उसने महीने का ₹1000000 इन्वेस्ट करना शुरू किया और उसने डिसाइड

किया कि वो हर साल 10 पर से स्टेप अप यानी अपनी इन्वेस्टमेंट अमाउंट को इंक्रीज करता रहेगा और उसने 732 रूल ऑफ कंपाउंडिंग

के बारे में पढ़ा था जो बताता है कि आपको पहले 50 लाख बनाने में 7 साल लगेंगे और उसके बाद अगले 50 लाख बनाने में तीन साल और और

नेक्स्ट 50 लाख मात्र 2 सालों के अंदर यानी इन 12 सालों में आपके पास ढ़ करोड़ का कॉर्पस होगा जो आपकी अर्ली रिटायरमेंट के

लिए एक बेस्ट ऑप्शन है अब जरा इसे प्रैक्टिकली देख ही लें तो जहां अमित भाई 25300 ईई में भर रहे थे वहीं किशोर ₹1000000 महीना

इंडेक्स फंड में एसआईपी के थ्रू इन्वेस्ट कर रहा था जहां से उसको 12 पर का एवरेज रिटर्न मिल रहा था तो आप इस एसआईपी

कैलकुलेटर में देख ही सकते हो कि 7 साल बाद किशोर के पास होंगे ₹1 लाख इसके बाद अगले 3 साल बाद यानी 10 साल तक इन्वेस्ट करने

के बाद उसकी वेल्थ 50 लाख और ऐड हो जाएगी यानी 1.01 करोड़ और नेक्स्ट 2 सालों में यानी 12 साल तक इन्वेस्ट करने के बाद आप देख ही

सकते हो कि किशोर की वेल्थ ₹ करोड़ हो चुकी होगी जो अर्ली रिटायरमेंट के लिए एक बेस्ट कॉर्पस है कंपाउंडिंग का यह रूल

आपको एक बेस्ट कॉर्पस देता ही है साथ ही साथ आपको फुल फ्रीडम देता है ताकि आप जॉब से फ्री होकर अपना बिजनेस चला सको एक

नहीं बल्कि दो-दो कंटीन्यूअस इनकम सोर्स बिल्ड कर सको पर अब सवाल तो यह आता है आखिर बस इतने पैसों के साथ हम रिटायर कैसे

हो सकते हैं उसके लिए है रूल नंबर फोर रिटायर अर्ली द 4 पर रूल दरअसल हमारे भारत में ऐसा माना जाता है कि जो इंसान रोज

सुबह उठकर ऑफिस जाता है पैसा कमाता है परिवार की जरूरतें पूरी करता है और यही काम अगले 60 सालों तक करता है तो व एक आइडियल

इंसान है अपने पापा को ही देख लो अपने आसपास के लोग जो वर्किंग क्लास में हैं उन्हें एक आइडियल पेरेंट के रूप में देखा

जाता है पर दोस्तों आज ऐसा नहीं है आज आपके पास ऑप्शन है अर्ली रिटायरमेंट प्लान कर सकते हो और फाइनेंशियल फ्रीडम का

सही मतलब सीखकर अपने और अपने परिवार को खुशियां दे सकते हो और ये फ्रीडम आपको तब मिलेगी जब आपके पास अपने खर्चों को

चलाने के लिए इनफ अमाउंट होगा वो भी बिना कुछ किए जिसके लिए बना है द 4 पर रूल रिटायरमेंट का यह रूल कहता है कि आपको अपने

मंथली खर्चों को कैलकुलेट करके एक डिजायर रिटायरमेंट अमाउंट निकालना है एग्जांपल के लिए अगर आपके महीने के खर्चे ₹5000000

हैं तो साल के होंगे ₹ लाख तो आपको रिटायरमेंट तक का एक डिजायर अमाउंट चाहिए होगा 6 लाख डिवाइड बा 4 पर जो कि होगा ₹ करोड़

एगजैक्टली वही अमाउंट जो किशोर ने अचीव किया था मात्र 12 सालों में विद द हेल्प ऑफ कंपाउंडिंग अब यहां पे बहुत से लोग

कहेंगे कि इंफ्लेशन को एडजस्ट तो करी नहीं तो चलो आपके लिए इंफ्लेशन भी एडजस्ट कर देते हैं बस होगा ये कि जहां आपको 12

साल लगने वाले थे अब वो अमाउंट आपको 20 सालों में अचीव होगा लेकिन अगर आप इंफ्लेशन के साथ-साथ अपने इन्वेस्टमेंट अमाउंट

को भी बढ़ाते हो यानी कि 65000 तो आप यही टारगेट 12 सालों के अंदर अचीव कर सकते हो और अपने रेगुलर एक्सपेंसेस को चलाने के लिए

आपको यूज करना है है एडब्ल्यूपी यानी सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान जो आपको हर महीने एक फिक्स्ड अमाउंट अलाव करता है और

साथ ही साथ आपकी इन्वेस्टमेंट वैल्यू भी बढ़ती है जैसे कि आप यहां देख ही सकते हो अगर आप हर महीने ₹5000000 निकालो तो अगले 30

सालों तक आपका ये पैसा खत्म नहीं होने वाला अब आप में से बहुत से लोगों का ये सवाल होगा कि फ्यूचर में 0000 में काम तो चलेगा

नहीं तो ज्यादा से ज्यादा चाहिए होगा तो जरा आओ ₹1000000 इवन ₹1 लाख पर मंथ भी विड्रॉ करके देख लेते हैं तो आप यहां देख ही सकते

हो ₹1 लाख महीना निकालने के बावजूद भी आपकी वेल्थ अगले 30 सालों तक लगभग 14 करोड़ के आसपास पहुंच चुकी होगी यही है

कंपाउंडिंग का 4 पर रूल अब आता है रूल नंबर फाइव इन्वेस्ट इन स्टॉक्स रिटायरमेंट के रूल के बाद एक इंपॉर्टेंट फैक्ट जो

फाइनेंशियल फ्रीडम का एक अहम पहलू है वो है स्टॉक्स देखो इंडिया में थोड़ा स्टीरियो टाइप है कि स्टॉक्स नहीं खरीदना

वो रिस्की है लेकिन जब उन्हीं कंपनीज में जॉब लगती है तो खुशी-खुशी सबको गागा करर बताते हैं और एक ले ऑफ सारा खेल खत्म

जैसे अमित के साथ हुआ इसलिए इट्स बेटर टू इन्वेस्ट इन स्टॉक्स क्योंकि मंदी के टाइम पे कंपनीज अपने एंप्लॉयज को निकाल

तो देती हैं पर अपने इन्वेस्टर को कभी भी नाराज नहीं करती ल ही में [संगीत] इंडेक्स फंड और एसआईपी के साथ आप स्टॉक्स में

नॉलेज लेकर पैसा लगाना शुरू कर सकते हो तो दोस्तों आई होप कि ये वीडियो आपको पसंद आया होगा वीडियो पसंद आया हो तो लाइक

करें और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें और लेमन प का लिंक आपको डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा आप वहां से जाकर चेक

आउट कर सकते हैं तो मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में तब तक के लिए जय हिंद

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